'चमकी' बुखार से अब तक 110 बच्चों की मौत हो गई है और 500 से ज्यादा बच्चे विभिन्न अस्पतालों में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। इस दिमागी बुखार के फैलने के लिए लीची फल को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि सिर्फ लीची की वजह से ...
बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) (चमकी बुखार) से मरने वाले बच्चों की संख्या 100 से पार हो चुकी है। इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज( 18 जून) मुजफ्फरपुर का दौरा करेंगे और स्थिति का जायजा लेंगे। ...
मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ. शैलेश प्रसाद ने बताया कि सोमवार की देर शाम मस्तिष्क ज्वर सहित अन्य अज्ञात बीमारी से मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 103 हो गयी जबकि जनवरी से अब तक कुल 440 बच्चे इस बीमारी की चपेट में आए हैं। ...
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) के चलते बच्चों की मौत के बढ़ते मामलों की रिपोर्ट पर एनएचआरसी ने केंद्र सरकार और बिहार सरकार को नोटिस भेजा है। ...
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन बिहार के मुजफ्फरपुर में हालतों का जायजा लेने गए थे। जिसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार के हालातों के बारे में जानकारी दी थी। लेकिन इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार ...
बिहार में 'चमकी' बुखार और गर्मी ने कहर बरपाया हुआ है। मुजफ्फरपुर सहित कई जिलों में चमकी बुखार से 110 लोगों की मौत हो गई है। इतना ही नहीं लगभग 500 बच्चे अभी भी जिंदगी-मौत की जंग लड़ रहे हैं। ...
बीते दिन विश्वकप के मैच में भारत को पाकिस्तान से मिली जीत पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ने टीम इंडिया को बधाई दी। उनकी यह बधाई आमजन को रास नहीं आई और उनको ट्विटर पर जमकर लताड़ लगाई है। ...
कयास लगाए जा रहे हैं कि लीची फल इस वायरस से संक्रमित है जिसे खाने के बाद बच्चे बुखार की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों का मानना है कि लीची खाने के बाद बच्चों में ब्लड शुगर लेवल बहुत कम देखा गया, जो उनकी मौत का कारण बना। ...