बकरा ईद, बकरीद, ईद-उल-अजहा या ईद-उल जुहा इस्लाम कैलेंडर में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे दुनिया भर के मुस्लिम मनाते हैं। बकरीद इसलिए मनाई जाती है कि इस्लामिक मान्यता के अनुसार हजरत इब्राहिम अपने बेटे हजरत इस्माइल को इसी दिन खुदा के हुक्म पर खुदा की राह में कुर्बान करने जा रहे थे। तब अल्लाह ने उनके नेक जज्बे को देखते हुए उनके बेटे को जीवनदान दे दिया। यह पर्व इसी की याद में मनाया जाता है। Read More
कश्मीर घाटी में कहीं भी गोलीबारी की कोई घटना नहीं हुई। पुलिस महानिरीक्षक एस पी पाणी ने बताया कि जम्मू और कश्मीर प्रशासन शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और पुलिस इस दिशा में काम कर रही है। ...
जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को केन्द्र सरकार द्वारा समाप्त किए जाने के बाद से घाटी में प्रतिबंध लगे हुए हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित है। जबकि कुर्बानी व आस्था का प्रतीक ईद-उल-अजहा (बकरीद) जम्मू में हर्षाेल्लास के साथ मनाई गई। ...
Eid Ul Adha 2019: ईद -उल-अजहा यानी बकरीद का त्योहार आज देश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से ही देश भर के मस्जिदों और ईदगाहों में बड़ी संख्या में लोग जुटने शुरू हो गये और नमाज पढ़ी। खासकर दिल्ली के जामा मस्जिद, भोपाल के ईदगाह मस्जिद, मुंबई के ...
Eid al-Adha 2019: बकरीद का त्योहार हर साल इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार जु अल-हज्जा महीने के 10वें दिन मनाया जाता है। इसे मुसलमानों के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक माना जाता है। बकरीद के दिन जानवरों की कुर्बानी की परंपरा है। ...
ऐसा उत्सव जिसमें कई संदेश छुपे हुए हैं. पहला तो संदेश यही है कि संसार में जो भी काम किया जाए, अल्लाह के लिए किया जाए कि कुर्बानी भी अल्लाह के लिए ही की जाती है. ...