बकरा ईद, बकरीद, ईद-उल-अजहा या ईद-उल जुहा इस्लाम कैलेंडर में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे दुनिया भर के मुस्लिम मनाते हैं। बकरीद इसलिए मनाई जाती है कि इस्लामिक मान्यता के अनुसार हजरत इब्राहिम अपने बेटे हजरत इस्माइल को इसी दिन खुदा के हुक्म पर खुदा की राह में कुर्बान करने जा रहे थे। तब अल्लाह ने उनके नेक जज्बे को देखते हुए उनके बेटे को जीवनदान दे दिया। यह पर्व इसी की याद में मनाया जाता है। Read More
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में आवेश ने बकरियों के बारे में कहा, "काफी अच्छे लगे। बकरे खूबसूरत भी हैं और साफ बकरे हैं। मुझे काफी पसंद आए। तो इसलिए मैंने ये 3 बकरे लिए हैं।" ...
कई इलाकों में अधिकारियों ने अहमदियों से कानूनी कागज़ात पर हस्ताक्षर करवाए, जिसमें वादा किया गया था कि वे ईद की नमाज़ नहीं पढ़ेंगे और न ही जानवरों की बलि देंगे। ...
Delhi: दिल्ली सरकार ने ईद-उल-जुहा के दौरान सोशल मीडिया पर बलि की रस्मों को रिकॉर्ड करने और शेयर करने पर प्रतिबंध लगा दिया है, पशु कल्याण संबंधी सख्त कानून लागू किए हैं। उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ...
Bombay HC: त्योहारों के दौरान ध्वनि प्रदूषण (विनियमन एवं नियंत्रण) नियम, 2000 के तहत उल्लेखित सीमा से अधिक शोर करने वाली ध्वनि प्रणालियों और लाउडस्पीकरों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने पर जोर दिया गया था। ...
अल्लाह के तईं परम समर्पण को प्रदर्शित करने वाला त्यौहार ईद-उल-अजहा है। ऐसा त्यौहार, जो सिखाता है कि एक अल्लाह के हुक्म, उसकी इच्छा के आगे सब तुच्छ है, व्यर्थ है। ...