अनुमूला रेवंत रेड्डी लोकसभा सांसद और दो बार विधायक रह चुके हैं। रेड्डी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत आरएसएस की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से की थी।बीआरएस (तब तेलंगाना राष्ट्र समिति) में रह चुके हैं। वह 2006 में जिला परिषद चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीते थे। वह 2007 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अविभाजित आंध्र प्रदेश में विधान परिषद में निर्वाचित हुए। तेदेपा छोड़कर 2017-18 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में दिल्ली में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। रेड्डी 2019 के लोकसभा चुनाव में तेलंगाना की मल्काजगिरि संसदीय सीट से कांग्रेस सांसद के रूप में निर्वाचित हुए। रेड्डी को 2021 में कांग्रेस में ‘जूनियर’ नेता होने के बावजूद प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। Read More
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, उनके कैबिनेट सहयोगी, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष महेश कुमार गौड़ और वरिष्ठ अधिकारी समारोह में शामिल हुए। ...
इस बयान ने तेलंगाना के राजकोषीय प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं, राजनीतिक विरोधियों ने इस संकट के लिए कांग्रेस सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। ...
तेलंगाना स्थानीय निकाय चुनाव और एमएलसी चुनावों के लिए तैयार हो रहा है। तेलंगाना में एक स्नातक और दो शिक्षक एमएलसी निर्वाचन क्षेत्रों के लिए चुनाव 27 फरवरी को होंगे और परिणाम 3 मार्च को घोषित किए जाएंगे। ...
पवन कल्याण के अनुसार, यह एक ऐसा मामला था जिसे "आसानी से सुलझाया जा सकता था" लेकिन इसके बजाय "बहुत बड़ी आपदा घटित हो गई"। गिरफ्तारी के बारे में कल्याण ने कहा, "कानून सबके लिए बराबर है।" ...
आरोपियों में रेड्डी श्रीनिवास भी शामिल हैं, जिनके बारे में बीआरएस नेता कृष्णक ने आरोप लगाया कि वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के 'करीबी सहयोगी' हैं। ...
अल्लू अर्जुन ने तेलंगाना विधानसभा में रेवंत और अकबरुद्दीन द्वारा हाल ही में दिए गए बयानों पर स्पष्टीकरण दिया। अपने कानूनी सलाहकार के साथ नोटपैड से पढ़ते हुए अर्जुन भावुक हो गए और उन्होंने विधानसभा में अपने खिलाफ लगाए गए सभी नए आरोपों को नकार दिया। ...