एनसीपी नेता अनिल देशमुख महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री हैं। वे काटोल से विधायक हैं। वे पहली बार 1995 में निर्दलीय के तौर पर विधायक चुने गए थे। वे तब बीजेपी-शिवसेवा की सरकार में भी राज्य मंत्री रहे थे। बाद में 1999 में बनी पार्टी एनसीपी में शामिल हो गए। Read More
वाझे ने कहा, ‘‘मुझे छह जनवरी 2020 को सेवा में फिर से बहाल किया गया। इसके शीघ्र बाद कुछ लोग इस निर्णय को पलटना चाहते थे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘संभवत:, तब शरद पवार ने मुझे फिर से निलंबन में रखने का आदेश दिया।’’ ...
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास खड़ी एक एसयूवी में से विस्फोटक मिलने और कारोबारी मनसुख हिरन की कथित हत्या की जांच के दौरान राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के हाथ कुछ दस्तावेज लगे हैं। ...
उच्च न्यायालय ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो को मुंबई पुलिस के पूर्व प्रमुख परमबीर सिंह द्वारा उनपर लगाए गए आरोपों की प्रारंभिक जांच 15 दिन के भीतर करने के निर्देश दिए। ...
शिवसेना नेता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर सीबीआई की आरंभिक जांच के लिए बंबई उच्च न्यायालय के आदेश का अध्ययन करने के बाद महाराष्ट्र सरकार अपना पक्ष रखेगी। ...
बंबई उच्च न्यायालय ने मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए उगाही के आरोपों की सोमवार को सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। ...
पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप लगाया था। अनिल देशमुख को अपनी कुर्सी से हटने के लिए मजबूर होना पड़ा। ...