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मुसीबत में सपा सांसद आजम खान, अब तक 78 मामले दर्ज, मुलायम ने कहा- चंदे मांगकर विवि बनाई

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 03, 2019 2:25 PM

सपा का कहना है कि सांसद आजम खान के खिलाफ गलत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। मंगलवार को सपा सांसद और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने आजम खान का बचाव किया। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि कई महीनों के बाद मीडिया के सामने आएं।

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ठळक मुद्देयादव ने इस मौके पर पार्टी के कार्यकर्ता से कहा कि आप लोग आजम खान के लिए सड़क पर उतरें। हम भी साथ रहेंगे। वह जमीन नहीं हड़प सकते। सपा संरक्षक ने कहा कि आजम खान ने चंदे मांगकर मोहम्मद अली जौहर विश्विविद्यालय बनाई है।

रामपुर से सपा सांसद आजम खान की मुसीबत बढ़ती जा रही हैं। अब तक आजम खान पर एक-दो नहीं  78 मामले दर्ज हो चुके हैं। सपा लगातार भाजपा पर इस मुद्दे को लेकर हमला कर रही है।

सपा का कहना है कि सांसद आजम खान के खिलाफ गलत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। मंगलवार को सपा सांसद और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने आजम खान का बचाव किया। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि कई महीनों के बाद मीडिया के सामने आएं। यादव ने इस मौके पर पार्टी के कार्यकर्ता से कहा कि आप लोग आजम खान के लिए सड़क पर उतरें। हम भी साथ रहेंगे।

उन्होंने कहा कि आजम पर जमीन हड़पने के आरोप बेबुनियाद है। वह जमीन नहीं हड़प सकते। सपा संरक्षक ने कहा कि आजम खान ने चंदे मांगकर मोहम्मद अली जौहर विश्विविद्यालय बनाई है। मैं अभी भी कह रहा हूं कि आजम खान के ऊपर गलत तरीके से केस दर्ज किया गया है।

सपा सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले आजम खान के सितारे गर्दिश में चल रहे हैं। आजम खान के ऊपर रामपुर में 78 मामले दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि बीते 2 से 3 महीनों में जो भी मुकदमे दर्ज हुए हैं, उनमें से ज्यदातर वो मामले महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी, किसानों की जमीनों पर अवैध कब्जे करने का, भैंस चोरी करने का मुकदमा, पड़ोसी से रंगदारी मांगने का मुकदमा और अन्य कई मुकदमे दर्ज हुए हैं, जिनकी पूरी संख्या 78 है। रामपुर एसपी ने बताया कि उन पर अब तक 78 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।  इसमें 1982 से लेकर अभी तक जो भी तहरीर है, उनमें वे सभी शामिल हैं।

समाजवादी पार्टी के नेता एवं लोकसभा सांसद आजम खान  की मुश्किलें बढ़ीं

समाजवादी पार्टी के नेता एवं लोकसभा सांसद आजम खान की मुश्किलें बढ़ीं हैं। पुलिस ने बताया कि ये सभी मामले रामपुर में उनके विश्वविद्यालय के लिए किसानों की जमीन हड़पने से जुड़े हुए हैं। अखिलेश यादव नीत शासन के दौरान उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रहे खान मोहम्मद अली जौहर विश्विविद्यालय के संस्थापक एवं कुलाधिपति हैं।

इसकी स्थापना 2006 में हुई थी। रामपुर के पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने कहा, “11 जुलाई से करीब दो दर्जन किसान विश्वविद्यालय के लिए उनकी जमीन का अतिक्रमण किए जाने के आरोप के साथ पुलिस के पास आ चुके हैं। हमने इन मामलों में प्राथमिकियां दर्ज की हैं और जांच जारी है।”

उन्होंने बताया कि ये मामले भारतीय दंड संहिता के 323 (जानबूझ कर चोट पहुंचाना), 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना), 447 (आपराधिक अतिक्रमण), 389 (वसूली के लिए किसी व्यक्ति को आरोपी बनाए जाने का डर दिखाना), 506 (आपराधिक धमकी) के तहत दर्ज किए गए हैं।

शर्मा ने कहा, ‘‘कुछ किसानों ने एक बीघा, दो बीघा और कुछ ने और अधिक बीघा जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है। अब तक 0.349 हेक्टेयर भूमि अतिक्रमण की शिकायत दर्ज हुई है और जरूरी कार्रवाई की गई है।”

अधिकारी ने कहा, “इन मामलों में अर्थ दंड के अलावा गिरफ्तारी और कैद की सजा हो सकती है।” जमीन पर कब्जा करने के अलावा रामपुर पुलिस ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों के खिलाफ 16 जून को एक आपराधिक मामला दर्ज किया था। यह मामला 250 साल पुराने रामपुर के ओरियंटल कॉलेज के प्रधानाचार्य की शिकायत पर दर्ज किया गया कि वहां से करीब 9,000 किताबें चोरी कर उन्हें जौहर विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में रख लिया गया। 

शत्रु संपत्ति कानून के उल्लंघन का संदेह, आजम खान के विश्वविद्यालय पर ईडी की नजर

समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के लिए नयी मुसीबत खड़ी हो गई है। आरोप है कि उत्तरप्रदेश के रामपुर जिले में वह जो विश्वविद्यालय चला रहे हैं, उसे शत्रु संपत्ति कानून का उल्लंघन कर कब्जा किया गया जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन मामले के तहत जांच शुरू कर दी है।

शत्रु संपत्ति वह अचल संपत्ति है जिसे पाकिस्तान के बंटवारे के बाद पाकिस्तान चले गए लोगों और 1962 भारत-चीन युद्ध के बाद चीन जा चुके लोग यहां छोड़ गए हैं। आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तानी नागरिकों ने करीब 9280 ऐसी संपत्तियां छोड़ी हैं जबकि चीनी नागरिकों ने 126 संपत्तियां छोड़ी हैं। इनका विनियमन शत्रु संपत्ति कानून के तहत होता है।

रामपुर से लोकसभा सांसद और अखिलेश यादव के शासन काल में राज्य के कैबिनेट मंत्री रहे खान पर केंद्रीय जांच एजेंसी धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर चुकी है। जमीन हड़पने और उगाही के आरोपों में स्थानीय पुलिस द्वारा कम से कम 26 आपराधिक मामले दर्ज करने के आधार पर केंद्रीय एजेंसी ने उन पर मामला दर्ज किया है। ईडी के निशाने पर ‘मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय’ है जिसे खान ने 2006 में स्थापित किया था।

बताया जाता है कि विश्वविद्यालय में तीन हजार छात्रों का नामांकन है और यह 121 हेक्टेयर में फैला हुआ है। सूत्रों के मुताबिक अगर जमीन हड़पने और शत्रु संपत्ति कानून का उल्लंघन करने के आरोप सही पाए जाते हैं तो प्रवर्तन निदेशालय धनशोधन निवारण कानून के प्रावधानों के तहत जल्द ही विश्वविद्यालय परिसर को जब्त कर सकता है।

रामपुर जिला प्रशासन के सूत्रों ने कहा कि ईडी के लखनऊ क्षेत्रीय कार्यालय से हमसे इस बारे में जानकारी मांगी गई है जिसमें विश्वविद्यालय का गठन करते समय पेश किए गए सभी दस्तावेज मांगे गए हैं। जिलाधिकारी जिले में ‘शत्रु संपत्ति’ का उपसंरक्षक होता है।

इस मामले में ‘शत्रु संपत्ति’ रामपुर जिले के सिंगन खेरा तहसील में स्थित है और यह पाकिस्तानी नागरिक इमामुद्दीन कुरैशी का है। सूत्रों ने बताया कि ईडी ने विदेशी मुद्रा विनिमय अधिनियम (फेमा) के तहत भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है।

प्रवर्तन निदेशालय ने आजम खान के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित रूप से जमीन हथियाने के विभिन्न मामलों में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता आजम खान के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि जांच एजेंसी ने सपा के सांसद के खिलाफ अपनी प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज करने के लिए उनके विरुद्ध उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज की गयी कम से कम 26 प्राथमिकियों का संज्ञान लिया है।

ईसीआईआर पुलिस प्राथमिकी के समतुल्य ईडी का कदम है। अधिकारियों के मुताबिक खान एवं अन्य के खिलाफ धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की धाराएं लगायी गयी हैं। उन पर जबरन वसूली की धमकी देकर जमीन हथियाने का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय इस बात की जांच करेगा कि कथित रूप से जमीन हथियाने और जबरन वसूली के अपराधों का धन खान एवं अन्य ने निजी संपत्तियां बनाने के लिए इस्तेमाल तो नहीं किया जिन्हें पीएमएलए के तहत कुर्क किया जा सकता है और उनपर अभियोजन चलाया जा सकता है।

हिरासत में लिए गए सपा सांसद आजम खां के विधायक पुत्र, सपा ने किया विरोध

सपा सांसद आजम खां के विधायक बेटे अब्दुल्ला को रामपुर में मुहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में जिला प्रशासन की छापेमारी की कार्रवाई में रुकावट डालने के आरोप में बुधवार को हिरासत में ले लिया गया। इस घटना के विरोध में सपा विधान परिषद सदस्यों की अगुवाई में पार्टी कार्यकर्ताओं ने राजभवन के द्वार के बाहर नारेबाजी की।

रामपुर के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जौहर विश्वविद्यालय में छापेमारी की कार्रवाई के दौरान उसके पुस्तकालय से 2500 से ज्यादा चोरी की गयी दुर्लभ किताबें बरामद हुई हैं। इस घटना के विरोध में सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की कोशिश की।

बिना किसी सूचना के मुलाकात की बात करने पर उनकी सुरक्षाकर्मियों से झड़प भी हुई। उसके बाद उन्होंने राजभवन के गेट के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाद में सभी प्रदर्शनकारी सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया और बाद में रिहा कर दिया गया। सपा के विधान परिषद सदस्य आनंद भदौरिया ने कहा कि एक तरफ हमारे विधायक अब्दुल्ला आजम की गिरफ्तारी हो रही है। वहीं, पूरी सरकार उन्नाव के बलात्कारी भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर को बचाने की कोशिश में लगी है।

पार्टी के एक अन्य विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह ने कहा कि सरकार की तरफ से विपक्ष को दबाने का प्रयास हो रहा है। हम सपा के लोग हैं, हम किसी से डरने वाले नहीं हैं। जहां अन्याय होगा, वहां सपा खड़ी नजर आएगी। बहरहाल, सपा इस मामले पर आर-पार की लड़ाई का रुख अपना रही है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि पार्टी सांसद आजम खां के साथ हो रहे 'सरकारी उत्पीड़न' के खिलाफ गुरुवार एक अगस्त को बरेली, पीलीभीत, सम्भल, बदायूं, अमरोहा, मुरादाबाद और बिजनौर के सभी सपा नेता और कार्यकर्ता रामपुर पहुंचेंगे।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जौहर विश्वविद्यालय में प्रशासन द्वारा छापेमारी की कार्रवाई एक शिकायत के आधार पर की जा रही है। पूर्व में मदरसा आलिया के नाम से पहचाने जाने वाले ओरिएंटल कॉलेज के प्रधानाचार्य जुबैर खान की शिकायत पर पिछली 16 जून को इस मामले में पड़ताल शुरू की गयी थी। जुबैर ने आरोप लगाया था कि उनके मदरसे से करीब 9000 किताबें चोरी करके उन्हें जौहर विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में रख लिया गया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी तक 50 डिब्बों में भरी 2500 दुर्लभ किताबें बरामद की जा चुकी हैं। इन सभी पर मदरसा आलिया की मुहर लगी है। रामपुर से सपा सांसद आजम खां जौहर विश्वविद्यालय के संस्थापक और चांसलर हैं। 

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