सीमा पर तनाव, राजनाथ सिंह बोले- हम अशांति नहीं चाहते, शांति चाहते हैं, जवान हैं आन-बान-सान, see pics By सतीश कुमार सिंह | Published: July 17, 2020 2:33 PMOpen in App1 / 11राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख में अग्रिम सैन्य ठिकाने पर कहा कि भारत की एक इंच भी जमीन दुनिया की कोई ताकत छीन नहीं सकती। भारत कमजोर देश नहीं है। हम जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे।राजनाथ सिंह ने गलवान घाटी में भारत के 20 सैन्यकर्मियों की शहादत का परोक्ष जिक्र करते हुए कहा।2 / 11राष्ट्रीय गौरव हमारी ताकत है, कोई भी इसे नुकसान नहीं पहुंचा सकता। हम अपनी प्रत्येक इंच भूमि की रक्षा करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। आपकी वीरता और बलिदान हमें हमेशा प्रेरित करेगा। बातचीत चल रही है और इनसे मुद्दे हल होने चाहिए, लेकिन यह गारंटी नहीं दी जा सकती कि किस हद तक।3 / 11हम अशांति नहीं चाहते,शांति चाहते हैं। हमने कभी दुनिया के किसी देश के स्वाभिमान पर चोट पहुंचाने की कोशिश नहीं की,लेकिन अगर दुनिया की कोई ताकत हमारे स्वाभिमान पर चोट पहुंचाने की कोशिश करेगी उसे हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।4 / 11जो कुछ भी अब तक बातचीत की प्रगति हुई है, उससे मामला हल होना चाहिए। कहाँ तक हल होगा इसकी गारंटी नहीं दे सकता। लेकिन इतना यक़ीन मैं ज़रूर दिलाना चाहता हूँ कि भारत की एक इंच ज़मीन भी दुनिया की कोई ताक़त छू नहीं सकती, उस पर कोई कब्ज़ा नहीं कर सकता।5 / 11कहां तक हल होगा इसकी अभी मैं कोई गारंटी नहीं दे सकता हूं। मैं इतना यकीन दिलाना चाहता हूं कि भारत की एक इंच जमीन को भी दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती, उस पर कब्जा नहीं कर सकती है।6 / 11सेना के जवानों से बात करने वक्त रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और चीन की सेना के जवानों के बीच हाल में जो कुछ हुआ मैं ये कह सकता हूं कि आप लोगों ने केवल भारत की सीमा की सुरक्षा नहीं की है बल्कि 130 करोड़ भारतवासियों के सम्मान की सुरक्षा भी की है।7 / 11आज आपसे मिलकर मुझे खुशी हो रही है तो मन में एक पीड़ा भी है, हाल ही में भारत और चीन सैनिकों के बीच जो भी कुछ हुआ, उसमें हमारे कुछ जवानों ने अपना बलिदान देते हए अपनी सीमा की रक्षा की। उन्हें खोने का गम और आपसे मिलने की खुशी है, मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।8 / 11आज सुबह लद्दाख़ पहुँच कर सीमावर्ती इलाक़ों का दौरा किया और लुकुंग चौकी पर जाकर भारतीय सेना के जाँबाज़ जवानों एवं अधिकारियों के दर्शन करते हुए उनसे बातचीत करने का अवसर मिला।9 / 11रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सुरक्षा हालात का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को एक दिवसीय दौर पर लेह पहुंचे। चीन के साथ जारी सीमा विवाद के मद्देनजर वह क्षेत्र में सुरक्षा हालात की विस्तृत समीक्षा की। रक्षा मंत्री के इस दौरे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे भी उनके साथ हैं। 10 / 11सिंह अग्रिम इलाकों स्टक्ना और लुकुंग भी गए। इससे पहले तीन जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख का औचक दौरा किया था। उन्होंने सैनिकों को संबोधित किया था और संकेत दिए थे कि भारत-चीन सीमा विवाद के संबंध में भारत का रुख सख्त रहेगा। 11 / 11सिंह को भी तीन जुलाई को ही दौरे पर जाना था लेकिन किन्हीं कारणों से उनका जाना नहीं हो पाया। पूर्वी लद्दाख में पांच मई से भारत और चीन के सैनिकों के बीच गतिरोध चल रहा है। गलवान घाटी में दोनों ओर के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के 20 सैन्यकर्मियों की मौत के बाद यह तनाव बहुत अधिक बढ़ गया। हालांकि कई दौर की राजनयिक एवं सैन्य बातचीत के बाद छह जुलाई से दोनों ओर के सैनिक पीछे हटना शुरू हुए। और पढ़ें Subscribe to Notifications