लखनऊः भारत निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश में अस्थाई रूप से रहे बिहार के पंजीकृत मतदाताओं को 25 जुलाई तक ऑनलाइन गणना प्रपत्र भरने का मौका दिया है. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने इस संबंध में पहल करते हुए बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान को लेकर यूपी में रह रहे बिहार के लोगों से इसी 25 जुलाई तक ऑनलाइन गणना प्रपत्र भरने की अपील की है. इसके साथ ही प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यूपी की मतदाता सूची को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. ताकि चुनाव के समय इसमें कोई गड़बड़ी ना मिले. इस सोच के तहत ही राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने यूपी की मतदाता सूची को त्रुटिरहित और अपडेट रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों की उन्हें जानकारी जिलाधिकारियों को दी है.
यूपी में रह रहे बिहार के लोग यहीं से दाखिल करे गणना प्रपत्र
यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में कार्यरत अधिकारियों के अनुसार, बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान को लेकर घमासान मचा हुआ है. इस तरह का घमासान यूपी में ना हो, इसके लिए यूपी में सतर्कता बरती जा रही है. इसके क्रम में यूपी में रह रहे बिहार के लोगों को यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि बिहार के मतदाता मोबाइल ऐप (ECINET) एवं वेबसाइट (https://voters.eci.gov.in) के माध्यम से ऑनलाइन गणना प्रपत्र स्वयं भर सकते हैं.
प्रदेश के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार पाठक के अनुसार, बिहार से बाहर रहे रहे सभी लोग आनलाइन गणना प्रपत्र खुद भरने के साथ ही प्री फिल्ड फार्म डाउनलोड कर हस्ताक्षर करके उसकी प्रति व्हाट्सअप, ईमेल या परिवार के सदस्यों के माध्यम से 25 जुलाई तक बिहार में अपने बीएलओ को भेज सकते हैं.
ऐसा करने वाले व्यक्ति को गणना प्रपत्र के साथ पहचान पत्र भी संलग्न करना होगा. किसी व्यक्ति को इसके लिए बिहार जाने की जरूरत नहीं है. यूपी के किसी भी जिले में रहे रहे बिहार के लोग यहां रहते हुए ही विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में अपना ऑनलाइन गणना प्रपत्र दाखिल कर सकते हैं.
यूपी में त्रुटिरहित मतदाता सूची बनाने की तैयारी शुरू
बिहार के लोगों का गणना प्रपत्र दाखिल कराने की इस कवायद के साथ ही सूबे के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने यूपी की मतदाता सूची को त्रुटिरहित करने की मुहिम भी शुरू कर दी है. इसके चलते बीते दिनों यूपी के 71 जिलों के जिलाधिकारियों को यह बताया गया कि उन्हे कैसे चुनाव आयोग के निर्देशानुसार यूपी की मतदाता सूची को त्रुटिरहित और अपडेट करना है.
इसके तहत जिलाधिकारी को बताया गया कि मतदेय स्थलों का संभाजन कैसे करना है और निर्वाचन संबंधी कानूनों का कैसे अनुपालन किया जाना है. नवदीप रिणवा के मुताबिक यूपी में फिर से 1200 मतदाताओं पर एक पोलिंग बूथ बनाया जाएगा. वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में 1500 मतदाताओं पर एक बूथ था.
अब नए फैसले के चलते यूपी में 21 हजार से अधिक बूथ बढ़ जाएंगे. अभी राज्य में 1.62 लाख पोलिंग बूथ हैं. नए बूथों का गठन परिवार के सभी सदस्यों का नाम एक ही पोलिंग बूथ में दर्ज किए जाने के चलते किया जा रहा है क्योंकि अभी कई जगह एक ही परिवार के सदस्यों के नाम अलग-अलग पोलिंग बूथ में दर्ज हैं.
यूपी की मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीएम) को व्यक्तिगत रूप से ध्यान देने को कहा है. उन्होने हर डीएम को यह निर्देश भी दिया है कि मतदाता सूची में जिनकी तस्वीर साफ नहीं है उसे ठीक किया जाए ताकि मतदान के दिन व्यक्ति की पहचानने में कोई गड़बड़ी न हो.
इस मामले में उन्होने राजनीतिक दलों के साथ बैठक करने पर भी जोर दिया है. इसके साथ ही उन्होने जिला निर्वाचन अधिकारियों को ईआरओ नेट, बीएलओ एप और वोटर हेल्पलाइन एप की जानकारी दी और कहा कि नागरिकों से फार्म भरवाते समय सही जानकारी दर्ज कराने तथा हर व्यक्ति का मोबाइल/ फोन नंबर जरूर किया जाए.
बीते लोकसभा चुनावों में
यूपी में मतदाताओं की संख्या : 15,35,37,430 यूपी में पुरुष मतदाता : 8,18,38,679 यूपी में महिला मतदाता : 7,16,92,507 यूपी में थर्ड जेंडर मतदाता : 6,244 यूपी में कुल मतदेय स्थल थे : 162462 अब मतदेय स्थल बढ़ेंगे : 21 हजार