अगरतला: 16 फरवरी 2023 को पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा की 60 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होना है। भारतीय जनता पार्टी त्रिपुरा विधानसभा का चुनाव इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के साथ मिलकर लड़ रही है। बीजेपी ने पांच सीटें आईपीएफटी को दी हैं जबकि 55 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
राज्य में होने वाले चुनावों के लिए बीजेपी जोरदार प्रचार कर रही है और इसी क्रम में आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दक्षिण त्रिपुरा जिले के संतिर बाजार में भाजपा की विजय संकल्प जनसभा को संबोधित किया। रैली में अमित शाह कांग्रेस समेत वामपंथी दलों पर जमकर बरसे।
अमित शाह ने कहा, "अगर आप चाहते हैं कि राज्य में एक बार फिर से भाजपा कि सरकार बने तो कमल का बटन दबाइए। वामपंथियों ने आपको अंधकार दिया था हमने आपको अधिकार दिए हैं। हमने विनाश की जगह विकास और विवाद की जगह विश्वास दिया है। अब यहां सुरक्षा का वातावरण सुनिश्चित हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी के राज्य में कैडर राज और टोला बाजी की परंपरा को समाप्त कर त्रिपुरा को विकास की राह पर आगे बढ़ाने का काम किया गया है। महिलाओं के खिलाफ अपराध में 50 फीसदी तक की कमी आई है।"
भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए अमित शाह ने कहा, "हमने राज्य में सातवां वेतन आयोग लागू कर सभी कर्मचारियों के साथ न्याय करने का काम किया है। हमने परिवर्तन का वादा किया था। 5 साल में भाजपा ने शांति स्थापित करने का काम किया है। अब अगले 5 साल में त्रिपुरा को पूर्वोत्तर का सबसे विकसित राज्य बनाने का काम भाजपा करेगी। पहले पूरा पूर्वोत्तर बम धमाकों से गूंजता था अब यहां ट्रेन और हवाई जहाजों की आवाज आती है।"
राज्य की पूर्व की वामपंथी सरकार पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, "वामपंथियों को वोट देने का मतलब है फिर से हिंसा का शासन स्थापित करना। बांग्लादेशी घुसपैठियों को अगर कोई रोक सकता है तो वो भाजपा है। बाकी दल तो इन घुसपैठियों को वोटबैंक समझते हैं। कम्युनिस्टों के ‘कैडर रूल’ का स्थान अब बीजेपी के ‘संवैधानिक रूल’ ले लिया है। हमने भय के माहौल को समाप्त किया है और पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व ने त्रिपुरा को वास्तव में एक विकसित राज्य बनाया है।"