Madhya Pradesh: इंदौर प्रशासन ने धार्मिक स्थलों से हटाए लाउडस्पीकर, मुस्लिम समुदाय ने जताया एतराज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 27, 2024 21:46 IST2024-05-27T21:44:36+5:302024-05-27T21:46:37+5:30
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, पिछले 48 घंटों में, राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार, मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों सहित शहर के 258 धार्मिक स्थानों से 437 लाउडस्पीकर हटा दिए गए।

Madhya Pradesh: इंदौर प्रशासन ने धार्मिक स्थलों से हटाए लाउडस्पीकर, मुस्लिम समुदाय ने जताया एतराज
इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थानीय प्रशासन ने पिछले दो दिनों में विभिन्न समुदायों के धार्मिक स्थलों से 400 से अधिक लाउडस्पीकर हटा दिए हैं, जिसका मुस्लिम धार्मिक नेताओं ने विरोध किया है। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, पिछले 48 घंटों में, राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार, मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों सहित शहर के 258 धार्मिक स्थानों से 437 लाउडस्पीकर हटा दिए गए। अधिकारी ने बताया कि धार्मिक स्थलों के प्रबंधन से जुड़े लोगों से अपील भी की गई है कि वे इन जगहों पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों का आइंदा इस्तेमाल न करें।
लाउड स्पीकर हटवाए जाने के बाद मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मुहिम पर सोमवार को आपत्ति व्यक्त की। प्रतिनिधिमंडल ने सवाल किया कि शहर में विवाह समारोहों के दौरान सड़कों पर ‘‘कानफोड़ू’’ आवाज में बजने वाले डीजे को कैसे अनुमति दी जा रही है। शहर काजी मोहम्मद इशरत अली की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी आशीष सिंह से मुलाकात की और धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर हटवाए जाने पर एतराज जताया।
मुलाकात के बाद शहर काजी ने संवाददाताओं से कहा,‘‘मंदिर हों या मस्जिद, शहर के तमाम धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर हटवा दिए गए हैं। हमारी मांग है कि उच्चतम न्यायालय के दिशा-निर्देशों के मुताबिक स्वीकृत ध्वनि सीमा में धार्मिक स्थलों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को मंजूरी दी जानी चाहिए।’’
अली ने कहा,‘‘आम लोगों की शिकायत है कि शादियों के दौरान सड़कों पर इतनी तेज आवाज में डीजे बजते हैं कि कान फट जाएं। ऐसे में डीजे पर भी रोक लगनी चाहिए। केवल धार्मिक स्थलों में लाउड स्पीकर के इस्तेमाल को लेकर पाबंदी क्यों लगाई जा रही है?’’ जिलाधिकारी आशीष सिंह ने कहा कि धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटवाए जाने का कदम प्रदेश सरकार के निर्देशों पर उठाया गया है और इन निर्देशों का पालन करना सबके लिए अनिवार्य है।
इनपुट - भाषा