गुवाहाटी, 14 नवंबर मणिपुर में उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में शहीद हुए असम राइफल्स के कर्मियों और एक शहीद के परिवार के सदस्यों की पार्थिव देह ले जा रहे एक सैन्य विमान को तकनीकी खराबी की वजह से रविवार को आपात स्थिति असम के जोरहट हवाई अड्डे पर उतरना पड़ा।
सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि पार्थिव देह रात में जोरहाट में रखी जाएंगी और आगे की यात्रा सोमवार सुबह शुरू होगी।
मणिपुर के चूड़ाचांदपुर जिले में शनिवार को घात लगाकर किए हमले में असम राइफल्स के एक कमांडिंग अधिकारी, उनकी पत्नी और बेटे तथा बल के चार अन्य कर्मियों समेत सात लोगों की मौत हो गई थी। शवों को राज्य की राजधानी इंफाल लाया गया जहां से उन्हें उनके घर ले जाया जा रहा था।
प्रवक्ता ने बताया कि विमान में असम राइफल्स की एक बटालियन के कमांडिंग अधिकारी कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी अनुजा और छह साल के बेटे अबीर के शवों के साथ-साथ देश के सबसे पुराने अर्धसैनिक बल के तीन कर्मियों की भी पार्थिव देह हैं।
कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रहनेवाले थे। राइफल मैन खेतनई कोन्याक की पार्थिव देह को हेलीकॉप्टर के जरिए नगालैंड के मोन जिले ले जाया गया, जहां के वह निवासी थे।
प्रवक्ता ने बताया कि अन्य तीन राइफलमैन में से श्यामल दास पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के रहनेवाले थे, जबकि सुमन स्वर्गियारी और आरपी मीणा क्रमशः असम के बक्सा जिले और राजस्थान के दौसा जिले के निवासी थे।
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