दिल्ली: साहित्य अकादमी ने दिल्ली में बुधवार को स्पेन में इंडियन एम्बेसी की ओर से साहित्य अकादमी और इस्तीत्यूतो सर्वांतीस के सहयोग से अनुवाद के क्षेत्र में एक नये पुरस्कार की घोषणा की।
इस संबंध में साहित्य अकादमी में शाम के 6 बजे एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें भारत में स्पेन की चार्ज डी अफेयर्स सुश्री मॉन्सेरान पविल्लीयो ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि अनुवाद के पुरस्कार का नाम, 'द टैगोर-जेनोविया हुआन रेमॉन खीमेनेज ट्रांसलेशन अवॉर्ड रखा गया है, जो युवा अनुवादकों को प्रोत्हासित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
यह पुरस्कार स्पैनिश रचनाओं के 24 भारतीय भाषाओं में अनुवाद कार्य को प्रदान किया जाएगा। अनुवाद के लिए हर 2 साल में एक भारतीय भाषा का चयन किया जाएगा और स्पैनिश या स्पेन की किसी एक उपभाषा से अनुवाद किया जाएगा।
इस पुरस्कार का चयन हर 2 सालों में एक स्थायी समिति द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया साल 2022 के लिए प्रविष्टि आमंत्रण का पहला वर्ष तय किया गया है और इस साल हिंदी को अनुवाद के लिए लक्ष्य भाषा के तौर पर चिन्हित किया गया है। इस पुरस्कार की राशि एक लाख रुपये होगी। इसके अतिरिक्त अन्य चार श्रेष्ठ अनुवाद पांडुलिपियों को पचास हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। इसके अलावा उन्हें बताया कि यह पुरस्कार केवल भारतीय नागरिकों के लिए निर्धारित किया गया है।
इससे पहले साहित्य अकादमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने अकादमी की ओर से अतिथियों के स्वागत के बाद अपने वक्तव्य में कहा कि साहित्य अकादमी ने पहले भी स्पैनिश साहित्य के अनुवाद भारतीय भाषा में प्रकाशित किए हैं और इस पुरस्कार के शुरू होने से भारतीय भाषा में स्पैनिश साहित्य को और बढ़ावा मिलेगा, जिससे छात्रों और अध्यापकों को अच्छा प्रोत्साहन मिलेगा।
इस्तीत्यूतो सर्वांतीस के निर्देशक श्री ऑस्कर पुजॉल ने अपने वक्तव्य कहा कि यह पुरस्कार भारत की बहुभाषिक विविधता को सम्मान प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि भारतीय भाषाओं और स्पैनिश भाषा को और पास लाने के लिए कई अन्य परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि स्पैनिश से भारतीय भाषाओं में शब्दकोश निर्माण की आवश्यकता को भी महसूस किया जा रहा है, जिस पर भविष्य में जल्द ही कार्य किया जा सकता है।
इस कार्य के बाद में एक संगीत सभा का भी आयोजन किया गया। जिसमें प्रख्यात संगीतकारों शुभेदु राव ने सितार तथा सरिकया राव ने सेलो वादन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में चिली गणराज्य के राजदूत महामहिम हुआन एन्जुलो (सपत्नीक) और उरुग्वे के राजदूत महामहिम अल्बर्टो ए गुबानी पधारे साथ ही स्पैनिश और भारतीय भाषाओं के अनेक विद्वानों और बड़ी संख्या में छात्रों ने इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर गरिमा प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन अकादमी में उपसचिव कृष्णा किंबहुने ने किया।