पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई को बिहार के मोतिहारी आ रहे हैं, जहां वे गांधी मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे और 7000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास योजनाओं की सौगात बिहार को देंगे। सभा के बाद प्रधानमंत्री का रोड शो भी प्रस्तावित है। इस कार्यक्रम को लेकर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा है।
वहीं पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर चंपारण के सभी स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया गया है। इस मौके पर पीएम मोदी रेलवे के अमृत भारत मिशन के तहत चार नई ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे, जो बिहार से लेकर दिल्ली, लखनऊ और गोमतीनगर तक की कनेक्टिविटी को एक नई ऊंचाई देगी।
पीएम मोदी जिन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे उनमें, राजेंद्र नगर-नई दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस (03261), भागलपुर-गोमती नगर अमृत भारत एक्सप्रेस (13435/13436) – साप्ताहिक, दरभंगा-गोमतीनगर अमृत भारत एक्सप्रेस और बापूधाम मोतिहारी-आनंद विहार टर्मिनल अमृत भारत एक्सप्रेस शामिल है।
प्रधानमंत्री के दौरे में बिहार के लिए 7000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं भी उद्घाटन व शिलान्यास की कतार में हैं। इनमें रेलवे, सड़क, बिजली, स्वास्थ्य और सिंचाई से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं, जिससे राज्य के आधारभूत ढांचे को मजबूती मिलेगी। उधर, पीएम मोदी की जनसभा और कार्यक्रम को लेकर मोतिहारी में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं।
रेलवे स्टेशनों, रूटों और सभा स्थल पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। वहीं प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर स्कूलों को बंद किए जाने को लेकर राजद ने कहा है कि छात्रों की पढ़ाई राजनीति की भेंट चढ़ रही है। सभा के नाम पर शिक्षा बंद कर दिया गया है और अभियंताओं से वसूली की जा रही है।
राजद विधान पार्षद सौरव कुमार ने कहा कि 18 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मोतिहारी आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को दो दिन के लिए बंद करवा दिया है। क्या अब छात्रों की पढ़ाई भी राजनीति की भेंट चढ़ेगी? सभा की "भव्यता" के लिए मोतिहारी, बेतिया, गोपालगंज, बगहा और उत्तर प्रदेश से भीड़ जुटाई जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सूत्रों के अनुसार, विभागीय अभियंताओं से चुपचाप चंदा भी वसूला जा रहा है। यह आयोजन लोकतंत्र का उत्सव नहीं, दबाव और दिखावे का तमाशा बन गया है। बता दें कि पहले मोतिहारी के सभी निजी सरकारी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया गया है। जिसके बाद राजद एमएलसी ने बड़ा हमला बोला है।
उधर, स्कूल बंद किए जाने को लेकर जिलाधिकारी द्वारा जारी किए गए पत्र में इस निर्णय के पीछे के दो प्रमुख कारण बताए गए हैं। पहला कारण है यातायात प्रबंधन। पीएम के कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटने की संभावना है, जिससे शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर वाहनों का भारी दबाव रहेगा।
ऐसे में स्कूली वाहनों और बच्चों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। दूसरा और महत्वपूर्ण कारण है भीषण गर्मी। जुलाई के महीने में बिहार में पड़ने वाली चिलचिलाती धूप और गर्मी बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती है। प्रशासन का मानना है कि बच्चों को ऐसे मौसम में घर से बाहर निकालने से उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
उधर, पीएम मोदी के दौरे को लेकर भारत-नेपाल बॉर्डर को सुरक्षा कारणों से 18 जुलाई तक सील कर दिया गया है। इस दौरान सभी प्रकार के निजी और व्यावसायिक वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। आम लोगों की सीमा क्षेत्र में आवाजाही भी रोक रहेगी। केवल विशेष परिस्थितियों में पहचान पत्र दिखाने पर सीमा पार जाने की अनुमति दी जा सकती है। सुरक्षा के मद्देनजर एटीएस, स्पेशल ब्रांच, डॉग स्क्वॉयड, और बम निरोधक दस्ता सक्रिय कर दिए गए हैं।
एसपीजी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मोतिहारी पहुंच चुके हैं। गुरुवार को मॉक ड्रिल की गई ताकि कार्यक्रम के दिन किसी प्रकार की चूक न हो। गांधी मैदान के दो किलोमीटर के दायरे को एसपीजी के सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। सभी थानों को अलर्ट मोड में रखा गया है। हेलीपैड, परिसदन और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर जवानों की तैनाती कर दी गई है।