लाइव न्यूज़ :

NCERT ने कक्षा 12 की राजनीति विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में संशोधन किया, अयोध्या और गोधरा दंगों के संदर्भ को हटाया

By रुस्तम राणा | Updated: June 16, 2024 21:51 IST

"बाबरी मस्जिद" शब्द को हटाना है, जिसे अब नए संस्करण में "तीन गुंबद वाली संरचना" के रूप में संदर्भित किया गया है। इसके अतिरिक्त, अयोध्या पर अध्याय को चार पृष्ठों से घटाकर दो कर दिया गया है।

Open in App

नई दिल्ली: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने कक्षा 12 की राजनीति विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जो अब बाजार में उपलब्ध हैं। सबसे उल्लेखनीय बदलाव "बाबरी मस्जिद" शब्द को हटाना है, जिसे अब नए संस्करण में "तीन गुंबद वाली संरचना" के रूप में संदर्भित किया गया है। इसके अतिरिक्त, अयोध्या पर अध्याय को चार पृष्ठों से घटाकर दो कर दिया गया है।

इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए एनसीईआरटी के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहा कि यह किताबों का भगवाकरण करने का प्रयास नहीं है। उन्होंने कहा, "जब हम किताबें प्रकाशित करते हैं तो हम किसी विचारधारा का पालन नहीं करते हैं। विशेषज्ञों ने वही किया है जो उन्हें पाठ्यक्रम के लिए उपयुक्त लगा।"

किताब से बाबरी मस्जिद का संदर्भ हटाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हमने उस मामले में जो भी नवीनतम अपडेट है, उसके अनुसार काम किया है। विषय विशेषज्ञों ने विचार-विमर्श किया है और अंतिम पुस्तकें प्रकाशित की हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने अब इस मामले को सुलझा लिया है और नए प्रकाशित अंशों से यह पता चलता है।"

किताब से गोधरा दंगों का संदर्भ हटाने के बारे में बोलते हुए सकलानी ने कहा, "अगर छात्र हिंसा और दंगों के बारे में पढ़ना चाहते हैं, तो अन्य जगहों पर कई अन्य पठन सामग्री उपलब्ध हैं। हमें न केवल दोहराव को कम करना है, बल्कि यह भी देखना है कि आज क्या प्रासंगिक है।"

बाबरी मस्जिद को हटाना संदर्भ: इस शब्द को "तीन गुंबद वाली संरचना" से बदल दिया गया है।

अयोध्या अध्याय में कमी: सामग्री को चार पृष्ठों से घटाकर दो कर दिया गया है, जिसमें भगवान राम की रथ यात्रा, कारसेवकों की भूमिका, बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद हुई हिंसा और राष्ट्रपति शासन लागू करने का वर्णन शामिल है।

ऐतिहासिक विवरण संशोधित: बाबरी मस्जिद का पिछला विवरण मीर बाक़ी द्वारा निर्मित 16वीं शताब्दी की मस्जिद के रूप में था, जिसे अब भगवान राम के जन्मस्थान पर 1528 में निर्मित संरचना के रूप में वर्णित किया गया है, जिसमें हिंदू चित्रों और मूर्तियों का उल्लेख है।

कानूनी और सांप्रदायिक आख्यानों में परिवर्तन:

पुरानी पुस्तक में 1986 के फैजाबाद जिला न्यायालय के मस्जिद को पूजा के लिए खोलने के निर्णय का विवरण दिया गया था, जिसके कारण सांप्रदायिक तनाव और दंगे हुए थे।

नई पुस्तक में इन घटनाओं का सारांश दिया गया है, जिसमें तीन गुंबद वाली संरचना को खोलने और उसके बाद के कानूनी और सांप्रदायिक संघर्षों का उल्लेख किया गया है।

सुप्रीम कोर्ट का निर्णय शामिल: नए संस्करण में सुप्रीम कोर्ट का 2019 का निर्णय शामिल है कि विवादित भूमि मंदिर की है।

दृश्य सामग्री को हटाना: कल्याण सिंह सरकार को हटाने से संबंधित समाचार पत्रों की कटिंग को हटा दिया गया है।

गुजरात दंगों का अध्याय हटाया गया: लोकतांत्रिक अधिकारों के अध्याय से गुजरात दंगों का उल्लेख हटा दिया गया है।

2014 के बाद से एनसीईआरटी पुस्तक का यह चौथा संशोधन है, जिसमें नवीनतम राजनीतिक घटनाक्रमों के आधार पर अपडेट को दर्शाया गया है। नई पाठ्यपुस्तक को 2024-25 शैक्षणिक सत्र के लिए लागू किया जाएगा, जिसका उद्देश्य शैक्षणिक सामग्री को समकालीन राजनीतिक घटनाक्रमों के साथ जोड़ना है।

टॅग्स :अयोध्या विवादगोधरा कांडएजुकेशन
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबिहार के सरकारी स्कूलों में सामने आ रहा है गैस सिलेंडर घोटाला, राज्य के 22,838 स्कूलों ने नहीं लौटाए आईओसी को 45,860 सिलेंडर

भारतBihar Board Exam 2026 date sheet: बिहार बोर्ड परीक्षा की डेट शीट जारी, इंटर 2 फरवरी से, दसवीं की 17 फरवरी से होगी परीक्षा

कारोबारऐसी शिक्षा चाहते हैं जो करियर बनाने में सहायक हो?, 97 प्रतिशत भारतीय छात्र ने अध्ययन में किया खुलासा, विदेश में अध्ययन करने के लिए रोजगार, कार्य अनुभव और कौशल आवश्यक

भारतCBSE 10 and 12 Board Exam 2026 date: सीबीएसई ने कक्षा 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के कार्यक्रम की घोषणा की

भारतCBSE ने बदल दिया पूरा पैटर्न: रटंती विद्या पर नहीं, अब बच्चों का मूल्यांकन उनके सोचने, समझने और प्रयोग करने की क्षमता पर होगा आधारित

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई