लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल के दबंग नेता और बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की एंट्री हो सकती है। बताया जा रहा है कि सुहैलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के टिकट पर मुख्तार अंसारी पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ सदर की विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
बताया जा रहा है कि सुभसपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने मुख्तार अंसारी को विधानसभा क्रमांक 356 से टिकट देने की हैं। वहीं इसके साथ यह भी बताया जा रहा है कि मुख्तार के वकील दरोगा सिंह ने एमपी/एमएलए कोर्ट में एप्लिकेशन देकर बताया है कि याचिकाकर्ता मुख्तार अंसारी को सुभासपा से पर्चा दाखिल करने के लिए जरूरी पेपर पर दस्तखत करना है लिहाजा कोर्ट इसके लिए इजाजत दे कि वह जेल में उनसे मिल सकें। मुख्तार के वकील दरोगा सिंह ने यह एप्लिकेशन मंगलवार को कोर्ट में दी थी, जिस पर गुरुवार को सुनवाई होगी।
वहीं दूसरी ओर सुभासपा के मऊ जिलाध्यक्ष रामजीत राजभर ने इस मामले में का कहना है कि पार्टी की ओर से अभी तक किसी को भी मऊ सदर से प्रत्याशी नहीं बनाया गया है।
जबकि वकील दरोगा सिंह का कहना है कि सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बेटे और वाराणसी के शिवपुर से योगी सरकार के मंत्री अनिल राजभर के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले अरविंद राजभर ने उन्हें मुख्तार के नामांकन से संबंधित पार्टी की ओर से दिये जाने वाले महत्वपूर्ण पेपर सौंपे हैं।
मालूम हो कि मऊ सदर की सीट पर अब तक भाजपा ने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। वहीं सुभासपा-सपा गठबंधन की ओर से भी किसी नाम की घोषणा नहीं की गई है। अब जब कि अखिलेश यादव पूर्व में मुख्तार का टिकट अपनी पार्टी से काट चुके हैं, ऐसे में यह देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा कि सुभासपा के झंडे तले लड़ने वाले मुख्तार के लिए उनकी क्या प्रतिक्रिया रहती है।
गाजीपुर के मोहम्मदाबाद क्षेत्र के रहने वाले मुख्तार अंसारी मऊ सदर से 5 बार लगातार एमएलए रहे हैं और अब 6वीं बार वो मऊ की जनता से वोट मांगने की तैयारी में हैं। वहीं उनके बड़े भाई अफजाल अंसारी मौजूदा समय में गाजीपुर से बहुजन समाज पार्टी के टिकट से सांसद हैं और उन्होंने 2019 के चुनाव में जम्मू-कश्मीर के वर्तमान उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा को हराया था।
मुख्तार अंसारी ऐसे परिवार से ताल्लूक रखते हैं, जिनका दखल हिंदोस्तान की राजनीति में अच्छाखासा रहा है। मुख्तार के दादा एमए अंसारी कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं और जामिया मिलिया के संस्थापकों में से एक रहे हैं।
इसके अलावा देश के पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी रिश्ते में मुख्तार के चाचा लगते हैं। वहीं मुख्तार के नाना ब्रिगेडियर उस्मान ने भारत-पाक युद्ध में जिस वीरता का परिचय दिया था कि उन्हें आज भी नौशेरा के शेर के नाम से जाना जाता है।