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गणतंत्र दिवस हिंसा मामले में वांछित लक्खा सिधाना बठिंडा की रैली में दिखा

By भाषा | Updated: February 24, 2021 00:53 IST

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बठिंडा (पंजाब), 23 फरवरी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा मामले में वांछित गैंगस्टर से कार्यकर्ता बने लक्खा सिधाना ने मंगलवार को यहां किसानों की एक रैली को खुलेआम संबोधित किया और दिल्ली पुलिस का सहयोग करने की स्थिति में पंजाब पुलिस को चेतावनी दी।

बठिंडा के मेहराज गांव में राज्य पुलिस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया था।

यह पूछने पर कि पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया, बठिंडा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक जसकरन सिंह ने कहा कि उनका काम कानून-व्यवस्था बनाए रखना था।

उन्होंने कहा, ‘‘कानून के मुताबिक, हम ऐसा नहीं कर सकते थे क्योंकि हमने कोई मामला दर्ज नहीं किया था।’’

पंजाब की कांग्रेस नीत सरकार केन्द्र द्वारा पिछले साल बनाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का समर्थन कर रही है। गैंगस्टर से कार्यकर्ता बने सिधाना ने पिछले सप्ताह जनसभा का आह्वान किया था। जनसभा को संबोधित करने के बाद सिधाना वहां से चला गया।

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के पैतृक गांव में आयोजित इस जनसभा स्थल पर पंजाब पुलिस के कर्मी तैनात थे।

सभा को संबोधित करते हुए सिधाना ने कहा कि इसका आयोजन केन्द्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए किया गया है।

दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा का परोक्ष संदर्भ देते हुए सिधाना ने लोगों से कहा कि अगर दिल्ली पुलिस के कर्मी राज्य के युवाओं को गिरफ्तार करने आते हैं तो उनका घेराव करें।

उन्होंने केन्द्र पर आरोप लगाया कि वह युवाओं को गिरफ्तार करके लोगों के दिमाग में ‘डर पैदा’ करना चाहती है और उसका लक्ष्य ऐसा करके उन्हें आंदोलन से दूर करने का है।

सिधाना ने कहा, ‘‘अगर दिल्ली पुलिस के कर्मी किसी को भी गिरफ्तार करने पंजाब आते हैं तो गांवों में मुनादी करें, भीड़ जमा करें और उनका घेराव करें।’’

सिधाना ने कहा कि अगर पंजाब पुलिस राज्य के युवाओं और किसानों की गिरफ्तारी में दिल्ली पुलिस का सहयोग करती है तो इसके लिए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह जिम्मेदार होंगे।

सिधाना ने इतने कम समय में बड़ी संख्या में एकत्र होने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया। सिधाना ने किसान नेताओं से आने वाले दिनों में दिल्ली की सीमाओं पर कार्यक्रम करने और युवाओं को बड़ी संख्या में प्रदर्शन स्थलों पर एकत्र होने को कहा।

सिधाना ने लोगों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि इस संघर्ष को सिर्फ एकता से जीता जा सकता है।

सिधाना ने दलितों से भी आंदोलन में शामिल होने की अपील करते हुए कहा, ‘‘यह आंदोलन किसी धर्म या जाति का नहीं है। यह सबकी लड़ाई है।’’

इस बीच भाजपा ने कार्यक्रम में सिधाना की शिरकत की आलोचना की।

पंजाब भाजपा नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि सिधाना का रैली में भाग लेना "सबसे दुर्भाग्यपूर्ण" घटना है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं होना चाहिए था।’’

इस मुद्दे पर कांग्रेस के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की आलोचना करते हुए, भाजपा नेता अनिल सरीन ने कहा, ‘‘लाल किले की घटना में वांछित व्यक्ति पंजाब में खुलेआम घूम रहा है। मुझे लगता है कि इससे दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं हो सकता।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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