पणजी, 10 दिसंबर ब्रिटेन से एक उड़ान से यहां के पास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार तड़के पहुंचे गोवा मूल के एक ब्रिटिश नागरिक सहित तीन यात्रियों में कोविड-19 की पुष्टि हुई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने यह जानकारी दी।
राणे ने कहा कि तीन यात्रियों को दक्षिण गोवा में एक एकांत-वास सुविधा में स्थानांतरित कर दिया गया है। उड़ान के अन्य सभी यात्रियों में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। उन्हें आठ दिनों के लिए घर में सख्त पृथक-वास में रखा जाएगा और इस अवधि की समाप्ति के बाद उन्हें एक और जांच से गुजरना होगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट किया, “यह आज सुबह ब्रिटेन से आई उड़ान एआई 146 के संदर्भ में है। 237 यात्रियों के आगमन पर जांच की गई। तीन रोगी (यात्री) जांच में संक्रमित मिले।”
हाल में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप का पता लगने के मद्देनजर केंद्र सरकार ने ब्रिटेन को 'जोखिम में' श्रेणी में रखा है। इन देशों के यात्रियों को अतिरिक्त कोविड-19 जांच और पृथक-वास उपायों का पालन करना होगा।
राणे ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “ जांच में नेगेटिव मिले अन्य सभी यात्रियों को सख्त घरेलु पृथक-वास में रखा जाएगा और लक्षण पाए जाने पर आठवें दिन या उससे पहले फिर से जांच की जाएगी। भारत सरकार के दिशा-निर्देशों/प्रोटोकॉल के अनुसार इस संबंध में डीएचएस (स्वास्थ्य सेवा निदेशालय) को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं।”
इससे पहले सुबह में मंत्री ने कहा था कि गोवा मूल के एक ब्रिटिश नागरिक में ब्रिटेन से आगमन पर कोविड-19 की पुष्टि हुई है।
राणे ने ट्वीट किया, “गोवा मूल का 41 वर्षीय एक ब्रिटिश नागरिक आज सुबह हवाई अड्डे पर जांच में संक्रमित पाया गया। मरीज को पीएचसी-कैंसौलिम में अलग-थलग रखा गया है।”
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि यात्री 98वें वंदे भारत मिशन (वीबीएम) की उड़ान में सवार था जो तड़के गोवा हवाईअड्डे पर पहुंची।
कोरोना वायरस से संक्रमित मिले अन्य दो यात्रियों के बारे में विवरण उपलब्ध नहीं था।
गोवा में अधिकारियों ने पहले ही मर्चेंट नेवी के एक पोत के चालक दल के पांच सदस्यों को अलग-थलग रखा है, जो कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। उनके नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) को भेजे गए हैं और उनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
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