नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से संबधित आतंकी समूह पीएएफएफ (पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट) ने ली है। यह आतंकी हमला गुरुवार को तब हुआ जब पुंछ-जम्मू राजमार्ग पर आतंकवादियों द्वारा सेना के वाहन पर गोलीबारी के बाद आग लगने से पांच जवान शहीद हो गए।
सुरक्षाबलों ने शुक्रवार को पुंछ के बाटा-डोरिया इलाके के जंगलों में व्यापक तलाशी अभियान चलाया। अधिकारियों ने कहा कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और आतंकवादियों का पता लगाने के लिए ड्रोन और खोजी कुत्तों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस बीच सेना ने शहीद हुए पांच जवानों के नाम भी जारी किए हैं। शहीद होने वालों में हवलदार मनदीप सिंह, एल/एनके देबाशीष बसवाल, एल/एनके कुलवंत सिंह, सिपाही हरकिशन सिंह और सिपाही सेवक सिंह हैं।
व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने एक ट्वीट में कहा, "हवलदार मनदीप सिंह, एल/एनके देबाशीष बसवाल, एल/एनके कुलवंत सिंह, सिपाही हरकिशन सिंह, सिपाही सेवक सिंह के बलिदान को सलाम करता है, जिन्होंने शहीदों के लिए 20 अप्रैल 20233 को पुंछ सेक्टर में ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी। हम शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता से खड़े हैं।"
वहीं राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को घटना की जांच करने के लिए कहा गया है, एजेंसी की एक टीम शुक्रवार शाम जम्मू-कश्मीर पहुंचेगी। सेना के उत्तरी कमान ने गुरुवार को कहा कि वाहन पर अज्ञात आतंकवादियों ने गोलीबारी की, जिन्होंने इलाके में भारी बारिश और कम दृश्यता का फायदा उठाया। आतंकवादियों द्वारा ग्रेनेड के संभावित इस्तेमाल के कारण वाहन में आग लग गई।
उत्तरी कमान ने बताया कि आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए तैनात राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के 5 जवान ने दुर्भाग्य से इस घटना में अपनी जान गंवा दी है। गंभीर रूप से घायल एक अन्य सैनिक को तुरंत राजौरी के सैन्य अस्पताल में ले जाया गया और उसका इलाज चल रहा है।