Kupwara LOC intrusion: टंगडार में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम, दो आतंकी ढेर, गोलीबारी जारी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 16, 2024 02:47 PM2024-05-16T14:47:38+5:302024-05-16T16:44:38+5:30
Kupwara LOC intrusion: सेना इलाके में सर्च अभियान भी छेड़े हुए है क्यूंकि कुछेक आतंकियों के जंगलों में छूपे होने की सूचना है।
Kupwara LOC intrusion: भारतीय सेना ने गुरुवार को कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार से इस तरफ घुसने की कोशिश कर रहे आतंकवादियों के एक समूह के साथ मुठभेड़ की। दो को अंतिम समाचार भिजवाए जाने तक मार गिराया गया था। सूत्रों के अनुसार यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि टंगडार सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश को तब नाकाम कर दिया गया, जब एल ओ सी अर्थात नियंत्रण रेखा की सुरक्षा कर रहे सेना के जवानों ने आतंकवादियों की हरकतों को भांप लिया और आज तड़के उन्हें चुनौती दी।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दौरान दो आतंकवादियों को मार गिराया गया। सेना इलाके में सर्च अभियान भी छेड़े हुए है क्यूंकि कुछेक आतंकियों के जंगलों में छुपे होने की सूचना है। घुसपैठियों के पास से सुरक्षाबलों ने हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया है। इसमें 15 मैगजीन समेत सात पिस्तौल और आठ मैगजीन समेत तीन एसॉल्ट राइफलें, इसी के साथ पिस्तौल व एसॉल्ट राइफल के लगभग 900 कारतूस व दो ग्रेनेड शामिल हैं। आने वाली 20 मई को बारामुल्ला में चुनाव हैं।
आशंका है कि वे चुनाव में खलल डालने की तैयारी में थे। जानकारी के लिए पांच अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया में गड़बड़ी फैलाने और हिंसा के लिए घुसपैठ कर रहे दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने बारामूला जिले के उड़ी सेक्टर में एलओसी पर ही मार गिराया था।
इस बीच जम्मू में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में 16 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा ने कहा कि राजौरी, पुंछ और बसंतगढ़ में आतंकी हमलों में शामिल दहशतगर्दों का सफाया किया जाएगा। इसके लिए सुरक्षा एजेंसियां रणनीति के तहत काम कर रही हैं।
बैठक में राजोरी-पुंछ में बढ़ती आतंकी वारदातों पर सेना और पुलिस के उच्च अधिकारियों ने गहन मंथन किया। राजौरी-पुंछ के अलावा उधमपुर के बसंतगढ़ में आतंकी हमले पर भी चर्चा की गई। विशेष तौर पर पुंछ में वायुसेना के काफिले पर हमले, थन्नमंडी में सरकारी कर्मी की हत्या को लेकर बातचीत की गई। बैठक में एडीजीपी जम्मू आनंद जैन के साथ खुफिया एजेंसियों के उच्च अधिकारी भी शामिल हुए।