लखनऊः बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती हमेशा ही अचानक बड़े फैसले लेती रही हैं. इसी क्रम में उन्होने अपने भतीजे आकाश आनंद का का प्रमोशन करते हुए उन्हे राष्ट्रीय संयोजक बना दिया है. यह पद पार्टी संगठन में राष्ट्रीय अध्यक्ष यानी मायावती के बाद आता है. ऐसे में अब आकाश आनंद बसपा में फिर दूसरे नंबर के पॉवरफुल नेता हो गए हैं. अभी तक आकाश आनंद राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर की भूमिका निभा रहे थे. मायावती का यह फैसला आश्चर्यजनक है क्योंकि इसी साल मार्च में मायावती ने आकाश आनंद को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था.
बाद में आकाश आनंद के सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के बाद मायावती ने 18 मई को पार्टी में वापस लिया था और उन्हे मुख्य नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया था. इसके बाद आज जब मायावती ने आकाश आनंद के कद में इजाफ़ा किया तो यह कहा जा रहा है कि अब मायावती की देखरेख में आकाश आनंद ही पार्टी को चलाएंगे और देरसवेर पार्टी की बागडोर संभालेंगे.
Bahujan Samaj Party: प्रदेश अध्यक्ष की सूची-
दिल्ली : राजेश तंवरकर्नाटक : एम. कृष्णा मूर्तितमिलनाडु : पी. आनंदकेरल : ज्वाय आर. थामसहरियाणा : कृष्ण जमारपुरपंजाब : अवतार सिंह करीपुरीराजस्थान : प्रेम बारुपालपश्चिम बंगाल : मनोज हवलदारओडिशा : सरोज कुमार नायकआंध्र प्रदेश : बंदेला गौतमतेलंगाना : इब्राम शेखरगुजरात : भगूभाई परमारजम्मू कश्मीर : दर्शन राणाचंडीगढ़ : बृजपालहिमाचल प्रदेश : विक्रम सिंह नायरउत्तराखंड : अमरजीत सिंहमध्य प्रदेश : रमाकांत पिप्पलछत्तीसगढ़ : श्याम टंडन बिहार : शंकर महतोझारखंड : शिव पूजन मेहतामहाराष्ट्र : डॉ. सुनील डोंगरे
रामजी गौतम का कद घटा, आकाश का कद बढ़ा
फिलहाल गुरुवार को मायावती ने पार्टी संगठन में सिर्फ आकाश आनंद का प्रमोशन ही नहीं किया है, बल्कि पार्टी में राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर के दो पद भी बढ़ाएं हैं. जिसके चलते अब पार्टी में चार के स्थान पर छह राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर हो गए हैं. इसके साथ ही मायावती ने पार्टी संगठन में तमाम बदलाव किए है, जिसके चलते पार्टी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर रामजी गौतम का कद घटा दिया गया है.
अभी तह वह देश के आधे से ज्यादा राज्यों के प्रभारी थे, लेकिन अब उन्हे दिल्ली, मध्य प्रदेश, छतीसगढ़ और बिहार का प्रभारी बनाया गया है. बीते मार्च में जब मायावती ने आकाश आनंद और अशोक सिद्धार्थ को पार्टी ने निकाला था तब रामजी गौतम को कई राज्यों की ज़िम्मेदारी दी गई थी, जिसमें आज कमी कर दी गई,
यानी की उनका कद अब पार्टी में घटाते हुए यह संदेश दिया गया है कि पार्टी में आकाश आनंद भविष्य के नेता है. चर्चा तो यह भी है कि अब जल्दी ही मायावती अशोक सिद्धार्थ को भी पार्टी में वापस ले लेगी. अशोक सिद्धार्थ जो की आकाश आनंद के ससुर हैं, उन्हें मायावती ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते गत 12 फरवरी को पार्टी से निकाल दिया था.
पार्टी संगठन में किया फेरबदल
यह संदेश देते हुए मायावती ने संगठन में कई अन्य बदलाव भी किए है, इसके तहत राजाराम, रणधीर सिंह बेनीवाल, लाल जी मेधांकर, अतर सिंह राव और धर्मवीर सिंह अशोक राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाया है. ये सभी नेता आकाश आनंद को रिपोर्ट करेंगे. मायावती ने राजाराम के साथ मोहित आनंद, अतर सिंह राव के साथ सुरेश आर्या और धर्मवीर अशोक के साथ दयाचंद को लगाया गया है.
इसके अलावा मायावती ने यूपी, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ और उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष तय किए. जिसके चलते विश्वनाथ पाल को फिर यूपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. बसपा में यह पहली बार है, जब मायावती ने किसी को दोहराया हो.
विश्वनाथ पाल गैर-यादव ओबीसी समुदाय से आए हैं. पाल और गड़रिया समाज एक समय बसपा का कोर वोटबैंक माना जाता था. इस वोट बैंक को पाने के लिए ही मायावती ने विश्वनाथ पाल पर फिर से भरोसा किया है. जबकि राजेश तंवर को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष, रमाकांत पिप्पल मध्य प्रदेश अध्यक्ष, श्याम टंडन छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. बिहार का प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो और महाराष्ट्र का प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुनील डोंगरे को बनाया गया है. पार्टी संगठन में हुए फेरबदल को बसपा को दोबारा से खड़ा करने की सियासी कवायद बताया जा रहा है.