Allahabad High Court: शराब की दुकान बंद करवाने के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया गया। खास बात यह है कि यह दरवाजा महज पांच साल के बच्चे ने खटखटाया है। पांच साल का बच्चा एलकेजी का छात्र है। छात्र के स्कूल के बाहर शराब का ठेका है। इस शराब के ठेके को बंद करवाने के लिए उसने अपने पिता की मदद से कोर्ट में याचिका दायर की है।
आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, कानपुर के आजाद नगर में सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल के छात्र अथर्व दीक्षित ने आरोप लगाया है कि उनके स्कूल के पास एक शराब की दुकान है और लोग अक्सर शराब पीकर वहां उत्पात मचाते हैं। अपने पिता प्रसून दीक्षित के माध्यम से कोर्ट में दायर याचिका में छात्र ने कहा कि शराब की दुकान उसके साथी छात्रों और आसपास रहने वाले निवासियों के दैनिक जीवन को प्रभावित कर रही है। उनके वकील ने तर्क दिया कि शराब की दुकान का लाइसेंस नवीनीकरण नाजायज था। रिपोर्ट के मुताबिक, वहां स्कूल स्थापित होने के बाद लाइसेंस का नवीनीकरण हुआ।
याचिका में क्या कहा गया है
याचिका में कहा गया है कि शराब की दुकान असामाजिक तत्वों के लिए बैठने का एक अड्डा बन चुकी थी। यहां आने वाले शराबी अन्य लोगों के साथ गंदी भाषा में बात करते थे। जब स्थिति असहनीय हो गई पांच साल के बच्चे ने अपने पिता को इस बारे में बताया। स्कूल में लगभग 475 छात्र हैं। याचिकाकर्ता के पिता ने कहा कि उन्होंने पहले एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली पर एक शिकायत दर्ज की थी।
उन्होंने कहा कि उत्पाद शुल्क विभाग ने तर्क दिया कि दुकान स्कूल परिसर से लगभग 20 से 30 मीटर की दूरी पर थी और यह पिछले 30 वर्षों से चल रही है, जबकि स्कूल की स्थापना 2019 में हुई थी। अब इस मामले पर 13 मार्च को सुनवाई होनी है। साथ ही कोर्ट ने इस संबंध में अधिकारियों से जवाब भी मांगा है।