व्यस्त शेड्यूल में भी शारीरिक रूप से कैसे सक्रिय रहें! ये छोटे टिप्स हैं बेहद काम के, जानिए
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: May 12, 2024 16:33 IST2024-05-12T16:32:13+5:302024-05-12T16:33:15+5:30
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने व्यस्त कार्यक्रम में भी शारीरिक रूप से सक्रिय रहने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। अगर आप भी ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं तो ये सुझाव आपके लिए फायदे मंद हो सकते हैं।

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली: मौजूदा समय में व्यस्त जीवनशैली का शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। ऑफिस में घंटों बैठे रहना और शारीरिक गतिविधियों का कम होते जाना कई परेशानियों को जन्म दे रहा है। इस समस्या से बहुत सारे लोग जूझ रहे हैं। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने व्यस्त कार्यक्रम में भी शारीरिक रूप से सक्रिय रहने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। अगर आप भी ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं तो ये सुझाव आपके लिए फायदे मंद हो सकते हैं।
1- काम के दौरान स्टैंडिंग डेस्क का उपयोग करें या हर आधे घंटे में कुर्सी छोड़कर खड़े हों।
2- कार्यस्थल या घर दोनों जगह, सभी फ़ोन कॉल्स पर चलते हुए बात करें।
3- लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का प्रयोग करें।
4- वाहन कार्यस्थल से दूर पार्क करें।
5- टीवी देखते समय, हर कुछ मिनटों में या विज्ञापन ब्रेक के दौरान इधर-उधर घूमें।
6- सुबह उठते ही अपनी मांसपेशियों को सक्रिय और जोड़ों को लचीला बनाए रखने के लिए कुछ सरल योग और स्ट्रेचिंग करें।
7- उम्र से संबंधित मांसपेशियों के नुकसान को कम करने के लिए प्रति सप्ताह दो से तीन वजन उठाने वाले व्यायाम करें।
8- साँस लेने के व्यायाम के साथ संयुक्त कुछ योग आसन (आसन) पाचन को गति देने और वसा जलाने और वजन घटाने में मदद करने के लिए जाने जाते हैं।
9- बैठे रहने वाली गतिविधियों में लगने वाले समय को कम करें और मध्यम से तीव्र व्यायाम करें।
10 - माता-पिता और स्कूलों को बच्चों को हर दिन 60 मिनट की मध्यम से तीव्र तीव्रता वाली गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए
बता दें कि संबंधित दिशा-निर्देशों का मसौदा आईसीएमआर-एनआईएन की निदेशक डॉ. हेमलता आर के नेतृत्व में विशेषज्ञों की एक बहु-विषयक समिति द्वारा तैयार किया गया है। आईसीएमआर ने बताया है कि भारत में 56.4 प्रतिशत बीमारियों का कारण अस्वास्थ्यकर आहार का सेवन करना है। आईसीएमआर ने आवश्यक पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को पूरा करने, मोटापा और मधुमेह जैसी बीमारियों से बचने के लिए 17 प्रकार के आहार के सेवन के संबंध में दिशानिर्देश जारी किए हैं।