Nawada: बिहार के नवादा जिले के रोह थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां रोज़ी-रोटी के लिए गांव-गांव फेरी लगाकर कपड़े बेचने वाले की बेरहमी से पिटाई की गई। पीड़ित ने जान की भीख मांगी, गिड़गिड़ाता रहा, चीखता रहा, लेकिन हैवान बनी भीड़ का दिल नहीं पसीजा। मृतक की पहचान नालंदा जिले के लेहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत गगनडीह मोहल्ला निवासी मोहम्मद अतहर हुसैन (40 वर्ष) के रूप में हुई है। अतहर पिछले 20 वर्षों से नवादा और आसपास के इलाकों में फेरी लगाकर कपड़े बेचते थे और इसी से अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे।
यह घटना 5 दिसंबर 2025 की है। अतहर डुमरी गांव से फेरी कर वापस लौट रहे थे। इसी दौरान भट्टा गांव के पास 5 से 7 युवकों ने उन्हें रोक लिया। शुरुआत में मारपीट हुई और फिर यह हिंसा धीरे-धीरे हैवानियत में बदल गई। आरोपियों ने न केवल उनका सामान छीना बल्कि उन्हें बेरहमी से पीटा।
मौत से पहले दिए गए बयान में अतहर ने बताया कि हमलावरों ने उनके सीने पर चढ़कर छलांग लगाई, लोहे की रॉड से पैरों पर वार किया, जिससे एक पैर टूट गया। इतना ही नहीं, उनके कपड़े उतरवा दिए गए और लगातार मारपीट की गई। परिजनों का कहना है कि हमलावरों ने गर्म लोहे की रॉड से उनके शरीर के कई हिस्सों को दाग दिया। उनकी उंगलियां और हाथ तोड़ दिए गए।
देखते ही देखते हमलावरों की संख्या बढ़कर 15 से 20 हो गई और सब इस बर्बरता में शामिल हो गए। घंटों तक अतहर सड़क किनारे तड़पते रहे। काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीर रूप से घायल अतहर को नवादा सदर अस्पताल में भर्ती कराया। हालत नाजुक होने पर उन्हें बिहारशरीफ सदर अस्पताल रेफर किया गया, जहां शुक्रवार देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों के अनुसार, शरीर पर गंभीर जख्म और अंदरूनी चोटें ही उनकी मौत का कारण बनीं।