समय के साथ तकनीक बदलती रहती है। कारों में भी नई टेक्नॉलॉजी आने लगी है। कार चलाने में गियर बदलने के लिए बार-बार क्लच का इस्तेमाल करना काफी परेशानी भरा काम होता है लेकिन ऑटोमैटिक कारों से लोगों की ये समस्या हल हो गई है। यही वजह है कि ऑटोमैटिक कारों की डिमांड काफी तेजी से बढ़ती जा रही है।
ऑटोमैटिक कार से ट्रैफिक में भी आसानी होती है। बाजार में बजट रेंज में भी कई ऑटोमैटिक गियर टेक्नॉलजी वाली कारें उपलब्ध हैं। अगर आप भी बजट रेंज वाली ऑटोमैटिक कार खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको भारत में मौजूद कम कीमत वाली 5 ऑटोमैटिक कारों के बारे में बता रहे हैं।
Renault Kwidरेनॉ क्विड का ऑटोमैटिक मैन्युअल ट्रांसमिशन (AMT) वर्जन फिलहाल देश में सबसे सस्ती ऑटोमैटिक गियर टेक्नॉलजी वाली कार है। क्विड के 1.0-लीटर वाले इंजन के साथ AMT का ऑप्शन मिलता है। ऑटोमैटिक क्विड की शुरुआती कीमत 4.48 लाख रुपये है।
Maruti S-Pressoबजट रेंज वाली ऑटोमैटिक कारों में मारुति की माइक्रो-एसयूवी एस-प्रेसो भी शामिल है। मारुति एस-प्रेसो 1.0-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ आती है। एस-प्रेसो का ऑटोमैटिक वर्जन AMT गियरबॉक्स से लैस है। मारुति अपनी इस तकनीक को AGS कहती है। इसकी शुरुआती कीमत 4.75 लाख रुपये है।
Datsun Redi-Goडैटसन की रेडी-गो का भी ऑटोमैटिक वर्जन उपलब्ध है। यह कार 1.0-लीटर इंजन के साथ AMT गियरबॉक्स के साथ आती है। ऑटोमैटिक रेडी-गो की कीमत 4.77 लाख रुपये है।
Maruti Celerioमारुति की सेलेरियो सबसे ज्यादा बिकने वाली सस्ती ऑटोमैटिक कारों में से है। यह कार 1.0-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ आती है। AMT गियरबॉक्स वाली मारुति सिलेरियो की शुरुआती कीमत 5.23 लाख रुपये है।
Maruti WagonRमारुति वैगनआर काफी पॉप्युलर कार है। इसका भी ऑटोमैटिक वैरिएंट उपलब्ध है। वैगनआर दो पेट्रोल इंजन ऑप्शन 1.0-लीटर और 1.2-लीटर इंजन के साथ आती है। AMT गियरबॉक्स का ऑप्शन दोनों इंजन के साथ मौजूद है। ऑटोमैटिक वैगनआर की कीमत 5.37 लाख रुपये से शुरू होती है।