फिजी में प्रवासियों के संघर्ष और विकास की गाथा को अंत:करण से महसूस करने की आवश्यकता है। 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन के माध्यम से हिंदी प्रेमी फिजी के मंच पर एकत्रित होकर हिंदी की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय भूमिका पर विचार कर रहे हैं। ...
गुरु नानक देव की वाणी ज्ञान, वैराग्य और भक्ति का अमृत मंथन है, जिसके माध्यम से उन्होंने नवीन एवं अनूठा धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक दर्शन विश्व को प्रदान किया। ...
जीवन के हर क्षेत्र में महिलाओं के महत्व से अब इनकार नहीं किया जा सकता है. किंतु एक पंख से उड़ान नहीं भरी जा सकती, उसका दूसरा पंख बनकर उसमें चेतना, समानता और सम्मान का भाव जागृत करना भी जरूरी है. ...
पत्रकारिता के माध्यम से स्वतंत्रता का संकल्प और 50 वर्षो तक पत्रकारिता जगत की निरंतर सेवा करने वाले पराड़कर की पत्रकारिता का उद्देश्य देश सेवा करना था। लोकमान्य तिलक और अरविंद घोष जैसे नेताओं के साथ स्वाध्याय कर पत्रकारिता के क्षेत्न में उन्होंने पदा ...
हिंदी पत्नकारिता की बात करें तो हिंदी का पहला अखबार ‘उदंत मार्त्तड’ कलकत्ता से निकला था। स्वाधीनता की लड़ाई के दौर में अकबर इलाहाबादी ने कहा था, ‘जब तोप मुकाबिल न हो तो अखबार निकालो’। तिलक ने ‘मराठा’ एवं ‘केसरी’ नामक दो अखबारों से अंग्रेजों से विचारा ...