वरिष्ठ पत्रकार। प्रिंट मीडिया से पत्रकारिता करियर शुरू करने वाले पुण्य प्रसून बाजपेयी 1996 में 'आज तक' से जुड़े। पिछले दो दशकों में पुण्य प्रसून एनडीटीवी, ज़ी न्यूज़, एबीपी न्यूज़ इत्यादि चैनलों में काम कर चुके हैं। पुण्य प्रसून विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नियमित स्तम्भ भी लिखते हैं।Read More
देश में कुल सरकारी नौकरी 1,72,71,000 है. संसद से लेकर गांव के मुखिया तक के पास जितने पावर हैं जितना बजट है, जितनी सुविधा है और उनके मातहत काम करने वाले देश में सरकारी नौकरियों में जितनी नियुक्तियां हैं ...
लश्कर, जैश और हिजबुल मुजाहिदीन के 81 कैंप हैं. 15 से 25 बरस के युवा कश्मीरियों को फिदायीन बनाने की ट्रेनिंग दी जाती है. आतंकी ट्रेनिंग के साथ 600 रुपए महीना दिया जाता है. ...
हाफिद सईद (लश्कर-ए-तैयबा), मसूद अजहर (जैश-ए-मोहम्मद), सैयद सलाहुद्दीन (हिजबुल मुजाहिदीन) और जाकिर मूसा (अंसार गजवत-उल-हिंद). चार संगठन. चार चेहरे. और चारों की पहचान इस्लाम के बड़े स्कॉलर के तौर पर है ...
2019 के महाभारत में सबसे परेशान वाला तीसरा चेहरा है जो जन-सरोकार या जन अधिकार की बात को ही सत्ता की दौड़ तले खत्म कर देता है. यानी सत्ता कैसे संविधान है, सत्ता ही कैसे लोकतंत्र की परिभाषा है और सत्ता ही कैसे हिंदुस्तान है. ये वाकई बेहद त्रसदी पूर्ण ...
ध्यान दें तो बरस बीतते बीतते एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर मनमोहन सिंह की राजनीति और अर्थशास्त्न को उस सियासत के केंद्र में खड़ा कर गया जो सियासत आज सर्वोच्च ताकत रखती है. ...
भाजपा के अंदरखाने भी यह सवाल तेजी से पनप रहा है कि अमित शाह की अध्यक्ष के तौर पर नौकरी अब पूरी हो चली है और जनवरी में अमित शाह को स्वत: ही अध्यक्ष की कुर्सी खाली कर देनी चाहिए. ...
संसदीय राजनीति के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि केंद्र में पूर्ण बहुमत के साथ कोई राजनीतिक दल सत्ता संभाले हुए हो और पांच राज्यों की विधानसभा में न सिर्फ जीत न पाए ...