कोयंबटूर: देश के जानमाने उद्योगपति आनंद महिंद्रा अपने वादों और सामाजिक कार्यों के कारण खासा चर्चा में रहते हैं। महिंद्रा ग्रुप के प्रमुख आनंद महिंद्रा ने फिर से नेक पहल करते हुए कोयंबटूर की मशहूर इडली दादी को उनका नया ठिकाना तोहफे के रूप में दिया है।
मदर्स डे के खास मौके पर महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने वाडीवेलमपलयम गांव में रहने वाली 85 साल की कमलाथल को घर गिफ्ट किया है। कमलाथल को प्यार से इडली दादी भी कहा जाता है, क्योंकि वह 1 रुपये में लोगों को इडली बेचती हैं।
नये घर के मिलने से पहले तक कमलाथल गांव के अपने खपरैल वाले घर में रहती थीं और वहीं पर लोगों के लिए 1 रुपये वाली इडली बनाती थीं। इडली दादी ने अरने बिजनेस की शुरूआत की थी, तब उनकी बनाई इडली 25 पैसों के बिकती थी लेकिन महंगाई की मार के कारण अम्मा को इडली का दाम 1 रुपये करना पड़ा।
समाचार बेवसाइट 'द न्यू इंडियन एक्सप्रेस' के मुताबिक मौजूदा समय में कमलाथल प्रतिदिन 500 से 600 इडली बनाती हैं। महंगाई के दौर में जब अम्मा को अपनी दुकान चलाने में परेशानी होने लगी तो उनकी बनाई इडली खाने वाले ग्रामीण उनके लिए नारियल, सब्जियां और चावल लेकर आते थे।
कमलाथल कहती हैं कि इडली के जरिये पैसा कमाना कभी उनका लक्ष्य नहीं रहा, क्योंकि 500 इडली बेचने के बाद भी बामुश्किलन दिन में 100 रुपये ही कमा पाती हैं। दादी पहले लकड़ी के चूल्हे पर इडली बनाया करती थीं, लेकिन सामाजिक संस्थाओं की मदद से दादी के पास एलपीजी सिलेंडर और गैस चूल्हा भी पहुंच गया।
लेकिन कमलाथल इडली उसी पुराने खपरैल के घर में बनाती थी, जिससे उन्हें बहुत तकलीफ होती थी। किसी तरह से यह बात महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा तक पहुंची।
आनंद महिंद्रा ने फौरन फैसला किया कि महिंद्रा ग्रुप दादी को उनके गांव में एक कम्युनिटी किचन वाला घर गिफ्ट देगा। महिंद्रा की पहल पर उनकी कंपनी महेंद्रा वाटर यूटिलिटी कंपनी के सीआईओ केएम पुगेझेंधी ने बीते रविवार को कमलाथन को नये घर की चाबी उन्हें सौंपी.
नया घर पाकर इडली दादी कमलाथल बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि जब तक वह शारीरिक रूप से सक्षम हैं, कम कीमत पर लोगों को इडली बनाकर खिलाती रहेंगी। इडली अम्मा ने कहा किवो नए घर में जून में प्रवेश करेंगी।