राज्यसभा से निलंबित आठ सांसद संसद परिसर में रात भर धरना देते रहे। उन्होंने रात में संघर्ष के गीत गाए और रतजगा किया। लेकिन सुबह होते ही एक अलग नजारा देखने को मिला। धरनास्थल पर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश भी पहुंच गए। उनके हाथ में एक झोला था जिसमें चाय का थरमस और कुछ नाश्ता था। हरिवंश ने धरना दे रहे सांसदों से कहा कि वो यहां उपसभापति की हैसियत से नहीं बल्कि एक साथी की हैसियत से आए हैं। उपसभापति वो सदन के अंदर हैं लेकिन यहां सिर्फ दोस्त हैं। हरिवंश ने अपने हाथों से चाय निकाली। हालांकि विपक्षी सांसदों ने चाय पीने से इनकार कर दिया।