किसान आंदोलन20 फीट की ऊंचाई से गिरे पुलिसकर्मीकुछ कूदने पर हुए मजबूरगणतंत्र दिवस (Republic Day) पर बेकाबू हुए किसानों ने लाल किले (Red Fort) पर सारी हदें पार कर दीं। उपद्रवियों ने देश की गरिमा में तो पलीता लगाया ही साथ ही मानवता भी भूल गए। किसानों की हिंसक भीड़ के आगे पुलिसबल बौना दिखाई दिया। यहां पर पुलिसकर्मियों की सहनशीलता का जिक्र करना जरुरी है। लाल किले पर हिंसक हुई किसानों की भीड़ पुलिस पर हमले पर हमले किये जा रही थी, लेकिन पुलिसकर्मी उन्हें शांत करने के प्रयास में लगे हुए थे। इस घटना के कई वीडियो वायरल हुए हैं। इन वीडियोज़ में कहीं भी पुलिस द्वारा बल प्रयोग होता नहीं दिखा है। एक वीडियो में देखा जा सकता है कि जान बचाने के लिए पुलिसबल व सुरक्षा में तैनात कर्मियों को मजबूरन लगभग 20 फीट की ऊंचाई से कूदना पड़ा। कुछ पुलिसकर्मी दीवारों पर लटके तो कुछ दिवार से गिरते दिखाई दे रहे हैं।दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले में हुई हिंसा देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस हिंसा में 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हिंसा के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए उत्तरी दिल्ली के वजीराबाद थाने के एसएचओ पीसी यादव ने आपबीती सुनाई कि कैसे भीड़ ने उन्हें घेरकर मारा और पुलिस क्यों कुछ नहीं कर पाई। एसएचओ पीसी यादव ने बताया कि हम लाल किले में तैनात थे जब कई लोग वहां घुस गए। हमने उन्हें लाल किले की प्राचीर से हटाने की कोशिश की, लेकिन वे आक्रामक हो गए। हम किसानों के खिलाफ बल प्रयोग नहीं करना चाहते थे, इसलिए हमने यथासंभव संयम बरता।वहीं, डीसीपी नॉर्थ, दिल्ली के ऑपरेटर संदीप ने बताया कि कई हिंसक लोग अचानक लाल किले पर पहुंच गए। नशे में धुत किसान या वे जो भी थे, उन्होंने हम पर अचानक तलवार, लाठी-डंडों और अन्य हथियारों से हमला कर दिया। स्थिति बिगड़ रही थी और हिंसक भीड़ को नियंत्रित करना हमारे लिए बहुत मुश्किल था।किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दिल्ली पुलिस ने अभी तक 22 एफआईआर दर्ज की हैं। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि हिंसा में 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। मंगलवार को हुई हिंसा में शामिल किसानों की पहचान करने के लिए कई सीसीटीवी फुटेज और तमाम वीडियो खंगाले जा रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हिंसा के बाद राजधानी में कई स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, खासकर लाल किले और किसानों के प्रदर्शन स्थलों पर अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त पीआरओ अनिल मित्तल ने बताया कि मंगलवार को हुई हिंसा के मामले में अभी तक 22 एफआईआर दर्ज की गई हैं। उन्होंने बताया कि हिंसा में 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।