नई दिल्ली: जोस राउल मुलीनो मध्य अमेरिकी के दक्षिणी भाग में आने वाले देश पनामा के नए राष्ट्रपति का चुनाव जीतने में सफल हुए हैं। हालांकि, उन्होंने छह महीने पहले राजनीति से रिटायर होने की घोषणा कर दी थी। लेकिन, अब वो अगले पांच सालों के लिए पनामा के राष्ट्रपति बन गए हैं। हालांकि, रविवार को मुलिनो ने अपने समर्थकों से काफी अचंभित हैं, क्योंकि उन्होंने कभी इस तरह की आशा नहीं की थी।
एक ऐतिहासिक और हंगामेदार चुनाव में, प्रारंभिक परिणामों ने जोस राउल मुलीनो को बढ़त मिली। हालांकि, देश अभी ऐतिहासिक माइग्रेशन और अर्थव्यवस्था संकटों दौर से जूझ रहा है। यही नहीं रिपोर्ट के मुताबिक यह बातें पनामा में बनी रहती हैं। अब ऐसे में उनका चुनाव काफी मायने रखता है कि वो इस स्थिति को कैसे संभालेंगे और देश का नेतृत्व कितना अच्छे से करेंगे।
पनामा के राष्ट्रपति पद के चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति रिकार्डो मार्टिनेली के स्थान पर अंतिम समय में उतारे गए उम्मीदवार जोस राउल मुलीनो का मध्य अमेरिकी देश का नए राष्ट्रपति बन गए हैं। अधिकारियों ने रविवार रात तक 88 प्रतिशत मतों की गिनती के साथ अनौपचारिक रूप से नतीजों की घोषणा की।
पूर्व सुरक्षा मंत्री मुलीनो (64) को करीब 35 प्रतिशत वोट मिले हैं, जिससे उन्हें अन्य प्रत्याशियों पर 9 अंकों की बढ़त मिल गई है। पनामा में जिस उम्मीदवार को सबसे अधिक मत मिलते हैं, वह चुनावों में विजेता होता है। तेजतर्रार पूर्व नेता मार्टिनेली को धन शोधन के मामले में 10 साल की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित कर दिया गया था, जिसके बाद मुलीनो को उतारा गया।
जोस राउल को इन समस्याओं को सुलझाना होगापनामा के हाल के इतिहास में अब तक के सर्वाधिक उथल-पुथल वाले चुनाव के बाद मुलीनो का देश का नया नेता बनना तय माना जा रहा है। उनके सामने अर्थव्यवस्था में मंदी, ऐतिहासिक स्तर पर विस्थापन, पनामा नहर में परिवहन को बाधित कर रहा सूखा और पिछले साल बड़े पैमाने पर हुए खनन विरोधी प्रदर्शनों के बाद आर्थिक परिणामों की चुनौती होगी।