विकास दुबे एक हिस्ट्रीशीटर था। वह उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात का रहने वाला था। उसके खिलाफ पहला आपराधिक मामला 1990 के दशक की शुरुआत में दर्ज किया गया था और 2020 तक 60 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे। कानपुर शूटआउट का मुख्य आरोपी पांच लाख रुपये का इनामी बदमाश विकास दुबे 10 जुलाई, 2020 की सुबह कानपुर के भौती इलाके में राज्य पुलिस की एसटीएफ से हुई कथित मुठभेड़ में मारा गया। Read More
यूपी के कुख्यात हिस्ट्री शीटर विकास दुबे के एनकाउंट के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है। इसमें बताया गया है कि विकास के शरीर पर 10 जख्म थे, इसमें 6 गोलियों के हैं। ...
उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को संकेत दिया कि विकास दुबे मुठभेड़ प्रकरण और कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले की जांच के लिये शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की जा सकती है। ...
ऑडियो में वह कहते सुनाई दे रही है कि “विकास भैया और उनके लोगों ने पुलिसकर्मियों को मार डाला है।” ऑडियो क्लिप में विकास दुबे के भाई की पत्नी ने मनु को सलाह देती सुनाई दे रही है कि वह अपने फोन के सभी नंबर डिलीट कर दे, जिसके बाद मनु कथित तौर पर कहती है, ...
विकास दुबे 10 जुलाई की सुबह कानपुर के निकट भौती इलाके में पुलिस मुठभेड़ में उस समय मारा गया जब उसने कथित तौर पर पुलिस की दुर्घनाग्रस्त गाड़ी से निकल कर भागने का प्रयास किया। उप्र पुलिस इसी गाड़ी में विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर ला रही थी। ...
कानुपर शूटआउट का मुख्य आरोपी विकास दुबे 10 जुलाई 2020 को कानपुर के पास सचेंडी थाना क्षेत्र में एसटीएफ के साथ एनकाउंटर में मारा गया था। 3 जुलाई को कानपुर शूटआउट के बाद से वह फरार था और 9 जुलाई को मध्य प्रदेश के उज्जैन में पकड़ा गया था। ...
राहुल तिवारी की ओर से कराए गए एफआईआर के बाद ही पुलिस विकास दुबे को पकड़ने बिकरु गांव गई थी, जहां मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए। राहुल तिवारी इस घटना के बाद से ही लापता है। ...