जैन मुनि तरुण सागर का 51 साल की उम्र में दिल्ली में निधन हो गया। उनका जन्म साल 1967 में 26 जून को मध्य प्रदेश के दमोह में हुआ था। उनके पिता का नाम प्रताप चंद्र और मां का नाम शांतिबाई था। उन्होंने 1981 में अपना घर छोड़ दिया था और छत्तीसगढ़ के में जाकर दीक्षा ली थी। 1 सितंबर 2018 में पीलिया रोग के चलते दिल्ली के शहादरा स्थित एक निजी अस्पताल में उनका निधन हो गया। Read More
सिद्धि उम्र की मोहताज नही होती। इस तथ्य को सिद्ध करने वाले दिगंबर जैन मुनिश्री तरुणसागर वर्तमान समय मे सर्वाधिक चर्चित जैन संत है । उनका व्यक्तित्व एवं कृतित्व परिचय का मोहताज नहीं है। ...
Jain Muni Tarun Sagar Controversial Statement in Hindi: पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे जैन मुनि तरुण सागर का 51 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। डॉक्टरों की निगरानी में उनकी देखरेख चल रही थी। लेकिन आज सुबह उन्होंने अपनी आखिरी सांस ले ली है। ...
पीएम मोदी कहा कि जैन मुनि की नेक शिक्षा लोगों को प्रेरित करती रहेगी। मोदी ने कहा, “जैन समुदाय और उनके असंख्य अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।” ...
जैन मुनि तरुण सागर जी महाराज बीते 20 दिन से पीलिया रोग की चपेट में थे। लगातार उनका इलाज चल रहा था लेकिन अंतिम दिनों में उन्होंने खुद अपना इलाज बंद करा दिया था। ...
Jain Muni Tarun Sagar Passed Away: आज दोपहर तीन बजे जैन मुनि तरुण सागर का अंतिम संस्कार दिल्ली मेरठ हाइवे स्थित तरुणसागरम तीर्थ पर होगा।उनकी अंतिम यात्रा दिल्ली के राधेपुर से शुरू होकर 28 किमी दूर तरुणसागरम पर पहुंचेगी। ...