स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था। स्वामी विवेकानंद की ही जयंती को हर साल भारत में 'नेशनल यूथ डे' के तौर पर मनाया जाता है। विवेकानंद के घर का नाम नरेंद्र दत्त था। एक अध्यात्मिक गुरु के तौर पर देश-विदेश में अपनी पहचान बनाने वाले विवेकानंद ने 25 साल की उम्र में ही संन्यास ले लिया था। विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस थे जिनके पास आकर उन्हें आत्म-साक्षात्कार हुआ। विवेकानंद के 1893 में अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में दिए भाषण की आज भी पूरी दुनिया में चर्चा होती है। Read More
इतिहास में 11 सितंबर वह दिन एक दुखद घटना के साथ दर्ज है। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के सीने पर घातक आतंकी हमले ने एक ऐसा जख्म दिया, जिसकी टीस रहती दुनिया तक कायम रहेगी।2001 को 11 सितंबर के दिन आतंकवादियों ने यात्री विमानों को मिसाइल की तरह इस ...
Teachers' Day 2019: गुरु और शिष्य की जब भी बात होगी तो रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद की भी चर्चा जरूर होगी। इन दोनों से जुड़ी कई कहानियां मौजूद हैं जो प्रेरित करती हैं। ...
स्वामी विवेकानंद संयम और शालीनता की तस्वीर थे जिनसे हम काफी कुछ सीख सकते हैं। आज हमें कोई कुछ कह दे या बुराई कर दे तो हम तुरंत जवाब देने के लिए तैयार हो जाते हैं। विवेकानंद ऐसे बिल्कुल नहीं थे। ...
उर्दू शायर मंजूर हाशमी का एक शेर पढ़ते हुए कहा, ‘‘यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है।’’ सीतारमण ने अपने करीब सवा दो घंटे के बजट भाषण में लंबे समय तक ग्रामीण भारत की बात की और इस दौरान महात्मा गांधी के इस वाक्य को उद्धृत ...
वर्ष 2012 में इसी दिन वैज्ञानिकों ने हिग्स बोसॉन कण का पता लगाने में मिली सफलता का ऐलान किया था। जिनेवा में यूरोपियन ऑर्गेनाइज़ेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च यानी सर्न के वैज्ञानिकों ने दावा किया कि उन्होंने गॉड पार्टिकल, यानि 'हिग्स बोसॉन' कण के बेहद ठोस ...
वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर साल 10 लाख लोगों की मौत वायु प्रदूषण के कारण हो रहा है. दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में 7 भारत में है. रामकृष्ण मिशन आश्रम ने इस दिशा में एक सराहनीय कदम उठाया है. ...