भारत अफगानिस्तान का पड़ोसी है और वहां 3 बिलियन डॉलर खर्च भी किए हैं, इसके बावजूद काबुल की नई सरकार बनवाने में उसकी कोई भूमिका क्यों नहीं है. वहीं चीन और पाकिस्तान इस मामले में तगड़ी पहल कर रहे हैं। ...
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को साफ शब्दों में कहा है कि भारतीय क्षेत्रों में पाकिस्तान का कोई अधिकार नहीं है और उसे अपने अवैध कब्जे वाले सभी इलाकों को खाली कर देना चाहिए। ...
चीन अपने विस्तारवादी एजेंडे पर अंकुश लग जाने से आशंकित है. इसलिए वह क्वाड को सैन्य गठबंधन की परिभाषा देता रहा है. चीन द्वारा इसे एशियाई नाटो बताए जाने पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर सख्त आपत्ति जता चुके हैं. ...
भाजपा के पास आज एक भी नेता ऐसा नहीं है, जो विदेश के मामलों को ठीक से समझता हो. यदि ऐसा होता तो भारत सरकार अफगानिस्तान की डोर को अपने हाथ से फिसलने नहीं देती. ...
पाकिस्तान के साथ तो चीन एकजुट है ही लेकिन अब वह श्रीलंका पर भी डोरे डाल रहा है. श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में ‘कोलंबो पोर्ट सिटी’ बन रही है, जिस पर चीन अरबों रुपये खर्च करेगा. ...
भारत के अफगानिस्तान के साथ रिश्ते सदियों पुराने हैं. सांस्कृतिक और सामाजिक तौर पर भी ये रिश्ते बेहद मजबूत हैं. इसलिए भारत की भूमिका अहम हो जाती है. ...
रूस के विदेश मंत्री हाल में भारत दौरे पर थे। दोनों देशों के रिश्ते काफी पुराने और एक समय दोनों देशों के इस रिश्ते को दुनिया भी अलग निगाह से देखती है। हालांकि अब भी क्या वाकई ऐसा है? ...