Kartarpur Sahib Gurdwara History, Unknown facts, Kartarpur Corridor: सिख इतिहास के मुताबिक जीवनभर का ज्ञान बटोरने के बाद गुरु नानक करतारपुर के इसी स्थान पर आए और जीवन के अंतिम 18 वर्ष उन्होंने यहीं बिताए ...
Guru Nanak Jayanti Special History of Langar served in Gurudwara: क्या आप जानते हैं कि गुरुद्वारा में दिन दिन रात लंगर में खाना क्यों खिलाया जाता है? सिख समुदाय खाने को आपस में बांटकर खाने में विश्वास रखता है और लंगर इस बात का सबसे बड़ा उदहारण है। गुर ...
गुरु नानक उस समय महज 10 से 12 वर्ष के रहे होंगे। पिता महता कालू ने उन्हें बुलाया और कहा कि ये लो 20 रूपये। तुम बाजार जाओ, इन 20 रूपये से एक कारोबार शुरू करो लेकिन इसके बाद जो नानक ने किया उसपर पिता को बेहद गुस्सा आया। ...
गुरु नानक का जन्म 29 नवंबर 1469 ई. में पिता महता कालू के यहां माता तृप्ता की कोख से हुआ था। उस समय रावी नदी के किनारे बसे राय भोए की तलवंडी गांव में कार्तिक पूर्णिमा की अंधेरी रात में गुरु जी ने अवतार धारण किया था। गुरु जी का जन्म एक खत्री परिवार में ...
Pakistan to open Kartarpur Sahib corridor for Indians: वित्त मंत्री और बीजेपी सरकार के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने एक ट्वीट करके इस बात का एलान किया है कि सरकार पाकिस्तानी सरकार से करतारपुर कॉरिडोर के लिए पकिस्तान की जमीन पर विकास करने की अपील करेगी। ज ...
नागपुर: सिखों के प्रथम गुरु, श्री गुरुनानक साहिब के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में बुधवार को नगर कीर्तन निकाला गया. सुबह 11 बजे शोभायात्रा बाबा बुढ्ढाजी नगर के गुरुद्वारा श्री तेगबहादुर साहिब से निकली. विभिन्न मार्गों से होती हुई शोभायात्रा शाम करीब 5 ब ...
गुरु नानक जयंती के मौके पर आयोजित समारोहों में भाग लेने के लिए भारत से 3080 सिख श्रद्धालुओं का जत्था बुधवार को लाहौर पहुंचा. भारतीय तीर्थयात्री लाहौर पहुंचने के बाद गुरुनानक के जन्मस्थान ननकाना साहिब के गुरूद्वारा जन्मस्थान के लिए रवाना हो गए जहां मु ...
15 नवंबर को सिन्धी रीति रिवाज से हुई दीपिका-रणवीर की शादी में सिखों के 'आनंद कारज' रिवाज को निभाया गया। रस्म के लिए लेक कोमो के होटल से करीब 150 किमी की दूरी पर स्थित गुरुद्वारा से सिखों के पवित्र ग्रन्थ एवं उनके गुरु, 'गुरु ग्रन्थ साहिब' को लाया गया ...