श्री गुरु नानक जयंती के उपलक्ष्य में निकला नगर कीर्तन, 'वाहेगुरु-वाहेगुरु' की गूंज
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 22, 2018 12:10 PM2018-11-22T12:10:54+5:302018-11-22T12:10:54+5:30
नागपुर: सिखों के प्रथम गुरु, श्री गुरुनानक साहिब के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में बुधवार को नगर कीर्तन निकाला गया. सुबह 11 बजे शोभायात्रा बाबा बुढ्ढाजी नगर के गुरुद्वारा श्री तेगबहादुर साहिब से निकली. विभिन्न मार्गों से होती हुई शोभायात्रा शाम करीब 5 बजे रामदासपेठ स्थित गुरुद्वारा श्री रामदास साहिब पहुंची. यहां सामूहिक अरदास के बाद समापन हुआ.
इससे पूर्व गुरुद्वारा श्री तेगबहादुर साहिब में प्रात:काल गुरुबाणी का गायन हुआ. सामूहिक अरदास की गई. श्री गुरु ग्रंथ साहिब को पुष्पों से सजे रथ में विराजमान किया गया. हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में शोभायात्रा प्रारंभ हुई. ढोल-नगाड़ों के साथ पारंपरिक और आकर्षक वेशभूषा में श्रद्धालु शामिल हुए. कीर्तनों के माध्यम से गुरुनानक साहिब का गुणागान किया गया.
पंच प्यारों ने की अगुवाई
नगर कीर्तन शोभायात्रा का प्रमुख आकर्षण गुरुग्रंथ साहिब का रथ था. पुष्पों से सुसज्जित इस रथ में सेवादार चंवर डुलाकर सेवा कर रहे थे. इसके आगे पंच प्यारे हाथ में धर्मरक्षा का प्रतीक कृपाण लेकर चल रहे थे. रास्ते भर श्रद्धालुओं ने गुरुग्रंथ साहिब के सामने माथा टेककर आशीष मांगा.
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गतका में दिखाया कौशल
गुरु ग्रंथ साहिब के रथ के आगे बाबा बुड्डाजी नगर के गतका अखाड़ा द्वारा युद्ध कौशल को प्रदर्शित किया गया. समूह में करीब 150 करतबबाजों के हैरतअंगेज युद्ध कौशल को देखकर सभी हतप्रभ रह गए. 5 वर्ष की आयु के बच्चों से लेकर युवाओं तक ने तलवारबाजी आदि का हुनर दिखाया. बालकों के अलावा बालिकाओं ने भी इसमें हिस्सा लिया. इसके अलावा पंजाब से मंगाए गए विशेष बैंड की धुन गूंजती रही.