किसी के द्वारा (महिला व पुरुष) किसी को गलत तरीके से छूना, गंदा वीडियो दिखाना, किसी भी तरह की यौन गतिविधि के लिए मजबूर करना जिसमें आपकी सहमति नहीं हो यौन उत्पीड़न की श्रेणी में आता है। भारतीय दंड संहिता (IPC) में यौन उत्पीड़न के लिए जेल या जुर्माना या दोनों की सजा का प्रावधान है। हाल ही में #metoo कैंपेन के जरिए बॉलीवुड, मीडिया जैसे कई कॉर्पोरेट जगत से महिलाओं ने कई लोगों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। Read More
सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को फंसाने की ‘‘बड़ी साजिश’’ और शीर्ष अदालत में पीठ ‘फिक्सिंग’ जैसे आरोपों की जांच प्रक्रिया बंद करने का फैसला किया है। ...
बॉम्बे हाई कोर्ट की अतिरिक्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति पुष्पा वी गनेडीवाला ने हाल में यौन उत्पीड़न के मामलों में एक विवादित फैसला सुनाया था, जिसके बाद वह सुर्खियों में रही हैं। हाईकोर्ट की इसी महिला जज को 150 कंडोम भेजे गए हैं। ...
संदिग्ध आरोपी 15 वर्षीय लड़के को अपने साथ ननकाना साहिब ले गया, जहां उसके साथ पहले बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। बाद में लड़के का शव शेखूपुरा में स्थानीय प्रशासन को मिला। ...
बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ ने अपने फैसले में कहा है कि केवल छूना यौन शोषण नहीं है। कोर्ट ने कहा कि घटना के समय व्यक्ति ने पीड़िता के साथ गलत इरादे से स्किन-टू-स्किन कांटेक्ट किया है, तभी यौन उत्पीड़न माना जाएगा। ...
सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई के दौरान सरकार की तरफ से पक्ष रखते हुए अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि यौन उत्पीड़न के एक मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट का फैसला काफी परेशान करने वाला है। ...