सावन हिंदू धर्म में सबसे पवित्र महीनों में गिना जाता है। हिंदी पंचांग के अनुसार सावन का माह आषाढ़ के बाद आता है। सावन के महीने को ही श्रावण मास भी कहते हैं। ऐसी मान्यता है कि ये माह भगवान शिव को बहुत प्रिय है। इसलिए इस महीने में उनकी पूजा का विशेष महत्व है। Read More
श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाता है। रक्षा बंधन के अवसर पर बहिन अपना सम्पूर्ण प्यार रक्षा (राखी) के रूप में अपने भाई की कलाई पर बांध देती है। भाई इस अवसर पर बहन को उपहार देकर भविष्य में संकट के समय सहायता देने का वचन देता ह ...
सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। ये वर्ष में लगभग एक अथवा दो ही बार पड़ती है। इस अमावस्या का हिन्दू धर्म में विशेष महत्त्व होता है। ...
हिंदू धर्म के अनुसार, सावन को वर्ष का सबसे पवित्र महीना माना जाता है, और सावन के सोमवार भगवान शिव के सबसे प्रिय दिन होते हैं। आज सावन का दूसरा सोमवार है। भोलेबाबा के भक्त व्रत और पूजा-पाठ करके भगवान शिव को प्रसन्न करने में लगे हुए हैं। ...
शिव ब्रह्मरूप होने के कारण निराकार हैं। उनका न कोई स्वरूप है और न ही आकार वे निराकार हैं। आदि और अंत न होने से लिंग को शिव का निराकार रूप माना जाता है। जबकि उनके साकार रूप में उन्हे भगवान शंकर मानकर पूजा जाता है। ...
इस बार सावन का पहला प्रदोष व्रत 18 जुलाई को पड़ रहा है। इस व्रत का शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है। शिव भक्त इस व्रत का इंतजार करते रहते हैं। मान्यता है कि इस व्रत से खुश होकर भगवान शिव भक्त की सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं। ...
सोमवती अमावस्या के दिन धान, पान और खड़ी हल्दी को मिलाकर उसे विधान पूर्वक तुलसी के पेड़ को चढ़ाया जाता है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का भी विशेष महत्व समझा जाता है। ...