शास्त्रों की मानें तो चंद्र मास की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव की उपासना के लिए लोग प्रदोष का व्रत करते हैं। यह व्रत कृष्ण व शुक्ल दोनों पक्ष में होता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से गोदान जितने पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही आपको मृत्यु पश्चात उत्तम लोक प्राप्त होता है और अपने सांसारिक जीवन में भी आप निरोगी व स्वस्थ बने रहते हैं। सूर्यास्त से पूर्व स्नान आदि के बाद घर के ईशान कोण में स्थापित मंदिर में बैठकर पूजन करना चाहिए। Read More
यह व्रत भगवान शिव के भक्तों द्वारा महीने में दो बार मनाया जाता है और माना जाता है कि यह व्यक्ति को आध्यात्मिक ज्ञान के मार्ग पर ले जाता है और अज्ञानता और पापों को दूर करता है। ...
भक्तों का मानना है कि प्रदोष व्रत रखने और भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से उन्हें जीवन की सभी परेशानियों से राहत मिलती है और उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। ...
फरवरी के महीने के समापन के साथ ही अगले कुछ दिनों में माघ मास भी खत्म हो रहा है। इसके बाद फाल्गुन की शुरुआत होगी। देखें मार्च-2021 में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की लिस्ट ...
फरवरी-2021 में कई बड़े व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। हिंदी कैलेंडर के अनुसार ये माघ मास भी है। हिंदू धर्म में इस माह का बहुत महत्व है। बसंत पंचमी इस बार 16 फरवरी को है तो वहीं मौनी अमावस्या 11 फरवरी को है। ...
Pradosh Vrat 2021 List: मान्यताओं के अनुसार हर महीने में दो प्रदोष व्रत होते हैं। ये भगवान शिव की पूजा का दिन होता है और इसलिए इसका हिंदू धर्म में काफी महत्व भी है। इस साल कब-कब प्रदोष व्रत हैं, यहां पूरी लिस्ट देख सकते हैं। ...
सावन के शनि प्रदोष व्रत और शिवजी व शनिदेव की पूजा से सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। इस साल सावन में दो शनि प्रदोष पड़ रहे हैं, अब 2027 में ऐसा संयोग बनेगा। ...
इस बार सावन का पहला प्रदोष व्रत 18 जुलाई को पड़ रहा है। इस व्रत का शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है। शिव भक्त इस व्रत का इंतजार करते रहते हैं। मान्यता है कि इस व्रत से खुश होकर भगवान शिव भक्त की सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं। ...