तिहाड़ जेल की फांसी कोठी में पवन जल्लाद ने दरिदों को फंदे से तब तक लटकाए रखा, जब तक चारों की जान नहीं निकल गई। फांसी की निगरानी कर रहे डॉक्टर ने चारों दोषियों के मरने की पुष्टि कर दी है। अंतिम समय में भी निर्भया के दोषी रहम की दरख्वास्त करते रहे, लेक ...
वारदात को अंजाम देने वाले छह दरिंदों में एक उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले का रहने वाला पवन गुप्ता उर्फ कालू अपने आप को बचाने के लिए कोर्ट का दरवाजा अंतिम समय तक खटखटाता रहा। ...
Nirbhaya Case: दिल्ली में 23 साल की छात्रा के साथ 16 दिसंबर 2012 की रात को एक चलती बस में बर्बरता के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था। इस घटना के करीब 15 दिन बाद पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। ...
जब एपी सिंह अपने मुवक्किलों को नहीं बचा पाए तो न्याय तंत्र, मीडिया और निर्भया की मां पर अपनी भड़ास निकालते हुए कहने लगे, ''निर्भया की मां आशा देवी को क्यों पता नहीं था की रात के 12.30 बजे तक उसकी बेटी कहां थी। ...
निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से वापस जाकर मैं सबसे पहले अपनी बेटी की फोटो को चूमते हुए गले लगाकर उसे बताऊंगी कि बेटी तुझे इंसाफ मिल गया है। ...
निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्या कांड के चारों दोषियों को 20 मार्च की सुबह फांसी पर लटका दिया गया है। इसी के साथ मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को उनके कुकृत्य की सजा मिल गई। एक दोषी ने पहले ही तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली ...
चार में से एक दोषी पवन गुप्ता की राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा खारिज की गई दया याचिका के खिलाफ वकील एपी सिंह ने आधी रात को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इससे पहले वह दिल्ली उच्च न्यायालय गए थे जहां उन्होंने निचली अदालत द्वारा जारी किए गए चौथे ...
चार में से एक दोषी विनय का परिवार दक्षिण दिल्ली के रविदास कैम्प वाले क्षेत्र में रहता है। आपको बता दें कि तंग गलियों, जर्जर झुग्गियों तथा खुले सीवर के बीच यह मलिन कॉलोनी अपराध के छह दोषियों में से चार का घर है। ...