कोरोना वायरस लॉकडाउन में फंसे मजदूर अपने घर के लिए निकल चुके हैं। महाराष्ट्र से पश्चिम बंगाल के लिए बस में निकले प्रवासी मजदूर तथा गुजरात से उड़ीसा के लिए श्रमिक ट्रेन में यात्रा कर रहे मजदूर की महासमुंद में इलाज के दौरान मौत हो गई है। ...
पुणे से अपने घर जा रहे लेबरों को इस बात की उम्मीद है कि वह सबकुछ ठीक होने के बाद वह काम पर फिर से लौटेंगे। लेकिन फिलहाल उनके पास कोई नहीं जिसके चलते काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। ...
शनिवार को दिल्ली के लाजपत नगर पुलिस स्टेशन के बाहर मजदूरों को रेलवे स्टेशन भेजने के लिए बस मुहैया कराया गया है। बसों में सवार होने के लिए लाजपत नगर पुलिस स्टेशन के बाहर प्रवासी मजदूरों की लंबी कतार लग गई है। ...
काम और रहने की व्यव्था न होने से हतास और निराश प्रवासी मजदूर अपने घर को पैदल निकल चुके हैं। इन दौरान सोशल मीडिया पर दिल को छू लेने वाली तस्वीर वायरल हो रही है। ...
विदेश से लौटने वाले सभी यात्रियों को भारत पहुंचने पर अनिवार्य रूप से 14 दिन तक पृथक केंद्रों में रहना पड़ेगा. इसके बाद उनकी कोविड-19 जांच की जाएगी. ...
‘द इंटरनेशनल आर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन’ (आईओएम) ने अपनी रिपोर्ट ‘ग्लोबल माइग्रेशन रिपोर्ट 2020’ में कहा कि 2019 में अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों की संख्या अब 27 करोड़ होने का अनुमान है और प्रवासियों के लिए शीर्ष स्थल अमेरिका बना हुआ है जहां करीब 5.1 करो ...
सारी दुनिया में गरीब लोग रोजी-रोटी की खोज में दूसरे शहर यहां तक कि दूसरे देश भी जाते रहे हैं। जहां जहां वे गए हैं उन देशों को और उन शहरों को उन्होंने विकसित किया है। ...