मौलाना मसूद अजहर आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है। मसूद का जन्म पाकिस्तान के बाहावलपुर में 1968 को हुआ था। इसके कुल ग्यारह भाई-बहनों है। अजहर को सबसे पहले 1994 में श्रीनगर में गिरफ्तार किया गया था। 2000 में मौलाना मसूद अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद नाम के आतंकी संगठन की स्थापना की। 2001 में भारतीय संसद पर हमला हुआ। इसके पीछे जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर का ही हाथ था। Read More
चीन पर व्यंग्य करते हुए भारत ने बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा कि आतंकवादी घोषित करने के अनुरोधों के रास्ते में बिना किसी उचित कारण देशों को अवरोध उत्पन्न नहीं करना चाहिए। भारत ने चेताया कि कोई भी दोहरा मानदंड या आतंकवादियों के ...
जम्मू कश्मीर के पुलवामा सेक्टर में सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया है। पुलिस के मुताबिक, मारे गए आतंकवादियों में जैश ए मोहम्मद का आतंकी लंबू उर्फ मोहम्मद इस्माइल अल्वी उर्फ अदनान भी शामिल है। ...
एफएटीएफ ने पाकिस्तान को जून 2018 में ‘ग्रे’ सूची में डाला था और इस्लामाबाद को धन शोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने की 27 बिंदुओं पर काम करने के लिए कहा था, जिसमें 6 काम अब भी पाकिस्तान नहीं कर पाया है। ...
पुलवामा आतंकी हमले के मामले में जांच पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने पाकिस्तान के साथ पर्याप्त सबूत साझा किये हैं लेकिन वह जवाब देने से लगातार बच रहा है। अफसोस की बात है कि पुलवामा मामले में आरोपी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी समूह का सरगना मसूद अजहर पाकिस्ता ...
पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद एक बार फिर चर्चा में है। एनआईए ने अपनी ओर से दाखिल चार्जशीट में कहा है कि पुलवामा हमले के लिए ये संगठन जिम्मेदा है। ...
पाकिस्तानी समाचार पत्र ‘द न्यूज’ की खबर के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा जारी नई सूची के अनुपालन में आतंकवादी समूहों के 88 आकाओं और सदस्यों पर प्रतिबंध लगाये हैं। ...
पेरिस में 19 फरवरी को होने वाली बैठक में एफएटीएफ यह समीक्षा करेगा कि क्या पाकिस्तान ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में उसकी कार्ययोजना को सही तरीके से कार्यान्वित किया है या नहीं। जुलाई, 2019 में चीन की अध्यक्षता में हुई बैठक में आतंक के खिलाफ इस्लामाबाद के ...