पुलवामा हमलाः आरोपी जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में बैठा है, MEA ने कहा-दाऊद इब्राहिम पर नहीं बोलता पाक
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 27, 2020 06:58 PM2020-08-27T18:58:29+5:302020-08-27T20:57:06+5:30
पुलवामा आतंकी हमले के मामले में जांच पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने पाकिस्तान के साथ पर्याप्त सबूत साझा किये हैं लेकिन वह जवाब देने से लगातार बच रहा है। अफसोस की बात है कि पुलवामा मामले में आरोपी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी समूह का सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में पनाह लिये हुए है।
नई दिल्लीः राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पुलवामा आतंकवादी हमले की साजिश रचने और उसे अंजाम देने के मामले में विशेष अदालत में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर समेत 19 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया।
पुलवामा आतंकी हमले के मामले में जांच पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने पाकिस्तान के साथ पर्याप्त सबूत साझा किये हैं लेकिन वह जवाब देने से लगातार बच रहा है। अफसोस की बात है कि पुलवामा मामले में आरोपी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी समूह का सरगना मसूद अजहरपाकिस्तान में पनाह लिये हुए है।
दाऊद इब्राहिम पर पाकिस्तान के रुख बदलने के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह आतंकी संगठनों, प्रतिबंधित लोगों के खिलाफ कभी प्रामाणिक, सत्यापन योग्य कार्रवाई नहीं करता। विदेश मंत्रालय ने दाऊद इब्राहिम की मौजूदगी पर इस्लामाबाद के रुख में बदलाव के बारे में पूछे जाने पर कहा कि पाकिस्तान को सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रतिबंधित लोगों पर मुकदमे चलाये जाएं। गौरतलब है कि पिछले साल दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए उस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।
अधिकारियों ने कहा कि एनआईए ने इलेक्ट्रोनिक सबूतों और विभिन्न मामलों में गिरफ्तार आतंकवादियों तथा उनसे सहानुभूति रखने वालों के बयानों की मदद से इस ''पेचीदा मामले'' की गुत्थी सुलझाई है। जांच एजेंसी द्वारा दायर 13,500 पन्नों के इस आरोप पत्र में आत्मघाती बम हमलावर आदिल डार को शरण देने और उसका अंतिम वीडियो बनाने के लिये पुलवामा से गिरफ्तार किये गए लोगों को नामजद किया गया है। डार ने पिछले साल 14 फरवरी को दक्षिण कश्मीर के लेथपुरा के निकट लगभग 200 किलो विस्फोटक से भरे वाहन से सीआरपीएफ के काफिले को टक्कर मार दी थी।
जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में पनाह लिये हुए है
भारत ने पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी से मुंह मोड़ने के लिये पाकिस्तान की आलोचना करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इस मामले में मुख्य आरोपी जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में पनाह लिये हुए है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने डिजिटल माध्यम से साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि पुलवामा हमला मामले में करीब डेढ़ वर्ष की जांच के बाद आरोप पत्र दायर किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘ जैश ए मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
यह संगठन और उसका नेतृत्व पाकिस्तान में है। यह अफसोस की बात है कि पुलवामा मामले में आरोपी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी समूह का सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में पनाह लिये हुए है। ’’ गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पुलवामा मामले में आरोप पत्र दायर किया और उसमें बताया कि किस प्रकार से पाकिस्तान स्थित जैश ए मोहम्मद आतंकी संगठन ने इसकी साजिश रची और हमले को अंजाम दिया । श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘ यह (आरोपपत्र) आतंकी कृत्य के संबंध में दायर किया गया है और इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में लाने के लिये है । हमारा मकसद सिर्फ बयान या अधिसूचना जारी करना नहीं है। ’’ उल्लेखलीय है कि पुलवामा हमले के जवाब में भारत ने पिछले वर्ष 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के आतंकी प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया था। पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे ।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान ने मुम्बई पर 2008 में हुए आतंकी हमले को अंजाम देने वालों के खिलाफ अभी तक विश्वसनीय कार्रवाई नहीं की है जिस घटना में 165 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी । दाऊद इब्राहम की देश में मौजूदगी के बारे में पाकिस्तान के यूटर्न के बारे में एक सवाल के जवाब में श्रीवास्तव ने कहा कि पाकिस्तान.... आतंकी संगठनों, प्रतिबंधित लोगों, वांछित लोगों के खिलाफ कभी प्रामाणिक, सत्यापन योग्य कार्रवाई नहीं करता।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के विदेश कार्यालय द्वारा इससे इंकार करना उनके इरादे पर सवाल खड़ा करता है और वह विश्व समुदाय को दुष्प्रचार को लेकर भ्रमित नहीं कर पायेगा । प्रवक्ता ने कहा, ‘‘पाकिस्तान को सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रतिबंधित लोगों पर मुकदमे चलाये जाएं । ’’ गौरतलब है कि इब्राहिम का नाम उन 88 लोगों की सूची में आया था जिसे पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने विधिक नियामक आदेश के रूप में प्रकाशित किया था । हालांकि बाद में पाकिस्तान ने इस संबंध मे मीडिया में रिपोर्ट को खारिज कर दिया था । भाषा दीपक दीपक उमा उमा
Pulwama attack chargesheet was filed after probe of a year & half. It has been filed to address the act of terrorism & to bring perpetrators of the heinous crime to justice. Our aim is not to simply issue statements or notifications: MEA on if govt will share proof with Pak (1/2) pic.twitter.com/s8jFzzTfFm
— ANI (@ANI) August 27, 2020
पुलवामा विस्फोट से पहले जेईएम कमांडर के बैंक खाते में भेजे गए थे रुपये : एनआईए
पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए जैश-ए- मोहम्मद (जेईएम) के प्रमुख मसूद अजहर के भतीजे मोहम्मद उमर फारूक के पाकिस्तान के बैंक खाते में दस लाख रुपये भेजे गए थे। पिछले वर्ष फरवरी में हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 कर्मी शहीद हो गए थे। यह जानकारी एनआईए ने अपने आरोप पत्र में दी है। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच में पता चला है कि फारूक के पाकिस्तान में अलायड बैंक और मेजान बैंक के तीन खातों में हमले से कुछ दिन पहले वहां की मुद्रा में दस लाख रुपये जमा कराए गए।
वह आत्मघाती हमले का मुख्य आरोपी था जो बाद में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। उन्होंने कहा कि जेईएम आतंकवादी समूह के शीर्ष नेतृत्व ने जनवरी और फरवरी 2019 के बीच धन जमा कराया था। एनआईए ने जम्मू में मंगलवार को विशेष अदालत के समक्ष दायर आरोप पत्र में कहा कि आतंकवादियों ने विस्फोटकों और हमले में प्रयुक्त मारुति इको कार को खरीदने में करीब छह लाख रुपये खर्च किए थे। उन्होंने कहा कि धन का बड़ा हिस्सा करीब दो लाख 80 हजार रुपये का इस्तेमाल अमोनियम नाइट्रेट सहित करीब 200 किलोग्राम विस्फोटकों की खरीदारी में की गई और आईईडी से लदी कार को श्रीनगर में 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले से टकरा दिया गया।
एनआईए ने कहा कि शाकिर बशीर ने विस्फोटकों -- आरडीएक्स, जिलेटिन की छड़ें, एल्युमिनियम पाउडर और कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट को कथित तौर पर इकट्ठा किया और उन्हें आईईडी बनाने के लिए अपने घर में जमा किया। एजेंसी ने बताया कि आतंकवादियों ने करीब ढाई लाख रुपये कार खरीदने और उसमें बदलाव करने में खर्च किए जिसका इस्तेमाल हमले में किया गया। कार को शाकिर बशीर के घर में पार्क किया गया। अधिकारियों ने बताया कि कुछ धन विभिन्न मदों में खर्च किए जिनमें आईईडी को रखे जाने वाले कंटेनरों की खरीदारी शामिल है। एनआईए की जांच में पता चलता है कि फारूक के तीन बैंक अकाउंट हैं जिनमें जनवरी से फरवरी 2019 तक रुपये भेजे गए।
उन्होंने कहा कि एजेंसी ने पिछले वर्ष हुए पुलवामा आतंकवादी हमले के सिलसिले में जम्मू की विशेष एनआईए अदालत के समक्ष 19 आरोपियों के खिलाफ 13,800 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल किया। एनआईए ने आरोप पत्र में कहा गया है, ‘‘जांच से पता चलता है कि पुलवामा हमला सुनियोजित आपराधिक षड्यंत्र था जिसे पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के नेतृत्व ने रचा था। जेईएम के नेता अपने कैडर को प्रशिक्षण के लिए अफगानिस्तान में अल-कायदा- तालिबान- जेईएम और हक्कानी-जेईएम शिविरों में भेजते रहे हैं।’’
एजेंसी ने कहा कि मुख्य आरोपी उमर फारूक को विस्फोटकों के लिए अफगानिस्तान में प्रशिक्षण दिया गया। फारूक पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर था। एनआईए ने कहा, ‘‘आरोपी शाकिर बशीर, इंशा जान, पीर तारिक अहमद शाह और बिलाल अहमद कुचे ने सभी साजो-सामान मुहैया कराए और जेईएम के आतंकवादियों को अपने घरों में पनाह दी।’’ बशीर ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा बलों की तैनाती एवं आवाजाही की कथित तौर पर रेकी की।