फरवरी 2020 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम समझौते के लागू होने के बाद से उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में रहने वाले स्थानीय लोगों में शांति और सुरक्षा की भावना पैदा हुई है। ...
सेना ने जम्मू-कश्मीर में पिछले पांच महीनों में 8 घुसपैठियों को जन्नत का रास्ता दिखाया है। वहीं सीमा पार से आने वाले 11 आतंकी सेना के गिरफ्त में फंसे हैं। ...
अग्रिम सीमा चौकिओं पर एकत्र किए गए आतंकियों में से कुछेक को एक-दो के दलों में भारतीय सीमा में प्रतिदिन धकेला जा रहा है। भारतीय सेना की कठिनाई यह है कि ऊबड़-खाबड़ और नदी-नालों से परिपूर्ण एलओसी पर आतंकियों के एक-दो के दलों को रोक पाना उसके लिए संभव नह ...
पाक सेना ने पहली बार आतंकियों की मदद की खातिर रिमोट संचालित क्वाडकाप्टर को एलओसी के उस एरिया में भारतीय क्षेत्र में उड़ाया था जहां भारतीय जवान आतंकियों की घुसपैठ से जूझ रहे थे। भारतीय सेना ने क्वाडकाप्टर को मार गिराया और घुसपैठियों को वापस जाने को मज ...
जम्मू में एलओसी से सटे पुंछ और राजौरी जिलों में 7 दिन पहले आतंकियों के भीषण हमले में पांच सैनिकों का मारा जाना जम्मू संभाग में कोई पहली घटना नहीं है बल्कि इससे पहले भी कई बार जम्मू संभाग आतंकी हमलों से दहल चुका है। ...
जम्मू संभाग की 160 वर्ग किमी तथा कश्मीर की 1730 वर्ग किमी भूमि में लाखों की तादाद में दबाई गई बारूदी सुरंगें प्रदेश के उन नागरिकों के लिए खतरा बनी हुई हैं जो इन इलाकों में रहते हैं। कश्मीर में कई ऐसे गांव हैं जिनके चारों ओर बारूदी सुरंगें बिछाई गई है ...
जम्मू-कश्मीर प्रशासन अब एलओसी के पास कई गांवों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आम लोगों के लिए खोलने की तैयारी कर रहा है ताकि इन इलाकों के दर्शनीय स्थलों को देखने के लिए पर्यटक आयें और सीमवार्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की आय में इजाफा हो। ...