सैन्य रणनीतिकारों का मानना है कि भविष्य में भारत को दोहरे मोर्चे पर सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि वायुसेना और थलसेना दोनों मजबूत हों। ...
सेना इस प्रणाली को मई की शुरुआत में सीमा के कुछ हिस्सों में चालू करने पर विचार कर रही है। सीमाओं पर हर समय निगरानी रखने का कदम तब उठाया गया है जब पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान के साथ पर्वतीय सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ है। ...
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 में भी एलएसी पर वेस्टर्न थियेटर कमांड की तैनाती जारी रहने की आशंका है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और चीन के बीच वार्ता में बहुत कम प्रगति हुई है क्योंकि दोनों पक्ष सीमा पर अपने-अपने क्षेत्र से पीछे हटने को तैयार नही ...
दस हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित मंडला और कामराला फायरिंग रेंज की जमीन सशस्त्र बलों को सौंप दी गई है। अब ऊंचाई वाले रणनीतिक स्थानों पर तैनात सैनिक गोलीबारी का अभ्यास कर सकते हैं और इसमें कुशल बन सकते हैं। ...
जम्मू-कश्मीर से राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) की कुछ इकाइयों को घाटी से हटाकर पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ले जाने की योजना थी। लेकिन हालिया आतंकी घटनाओं के बाद सेना अपनी रणनीति का फिर से पुनर्मूल्यांकन कर रही है। ...
भारतीय वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने बताया है कि एक या दो महीने बाद एलसीए मार्क 1ए के दूसरे स्क्वाड्रन को भी सक्रिय कर दिया जाएगा। इसके अलावा 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमानों की उड़ानों पर पूरी तरह रोक लगा दी जाएगी। ...
यह हेलीकॉप्टर 268 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ सकता है। साथ ही एक बार में लगातार सवा तीन घंटे उड़ सकता है। 'प्रचंड' लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर में दुश्मन के एयर डिफेंस को ध्वस्त करने की क्षमता है। ...
ये दुनिया का सबसे ऊंचा एयरबेस होगा। यहां होने का मतलब वो सामरिक मजबूती है जिसकी चीन के खिलाफ भारत को ज़रूरत थी। अभी फुकचे, दौलत बेग ओल्डी और न्योमा में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड हैं, जहां सिर्फ ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट ही उड़ान भर सकते हैं। ...