महाकुंभ या कुंभ मेला हर 12 वर्षों में चार स्थानों - प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन, नासिक पर आयोजित किया जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार देवताओं और राक्षसों का युद्ध 12 दिनों तक चला था। स्वर्ग का एक दिन पृथ्वी के एक वर्ष के समान होता है। इसलिए महाकुंभ 12 वर्षों में चार बार किया जाता है।आदि शंकराचार्य द्वारा पहली इस महा उत्सव की शुरुआत की गई थी। उन्होंने ही चार मुख्य तीर्थों को कुंभ मेले के चार पीठ के रूप में स्थापित कराया था। कुंभ मेले के दौरान देश दुनिया से दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं। सभी का एक ही मकसद होता है पवित्र स्नान में डुबकी लगाना। मान्यता है कि कुंभ मेले के दौरान पवित्र स्नान करने से पिछले और इस जन्म के सभी पाप धुल जाते हैं। Read More
Maha Kumbh mela 2025: स्पाइसजेट ने महाकुंभ मेले के लिए प्रयागराज को दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और अहमदाबाद से जोड़ने वाली दैनिक विशेष उड़ानें शुरू करने की घोषणा की है। ...
Maha Kumbh 2025: उग्र हिंदू तपस्वी नागा साधु, महाकुंभ मेले में भगवान शिव के प्रति गहन भक्ति का प्रदर्शन करते हुए, आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं। नीचे इन दिव्य तपस्वियों के बारे में कुछ अज्ञात तथ्य देखें। ...
Kumbh Mela 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेले में भाग लेने की योजना बना रहे हैं? आपकी यात्रा की योजना बनाने में मदद के लिए यहां सभी प्रमुख तिथियां दी गई हैं। ...
AI Mahakumbh Mela 2025: अमृत-घट प्राप्ति के लिए देव-दानव संग्राम 12 वर्षों तक चला. ये 12 वर्ष 12 वर्षीय बार्हस्पत्य संवत्सर के द्योतक हैं. अमृत-कलश से बूंदें भी 12 स्थलों पर छलकी थीं. ...
Maha Kumbh Mela 2025: महाकुंभ की शुरुआत पौष पूर्णिमा स्नान से होगी, जो 13 जनवरी 2025 को है। कुंभ पर्व का समापन 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि के दिन अंतिम स्नान के साथ होगा। ...
Prayagraj to Varanasi rail route: आधिकारिक बयान के मुताबिक, महाकुम्भ के दौरान इस रेल मार्ग पर ट्रेनों का परिचाल शुरू हो जाएगा और ट्रेनों की औसत गति 100 से 130 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। ...
Maha Kumbh 2025: योगी सरकार में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक महाराष्ट्र और राजस्थान के मुख्यमंत्री और राज्यपाल को महाकुंभ में आने का न्यौता देने जाएंगे. ...