जीशान नाम के शख्स ने कहा, ''इंडिया आईटी इंडस्ट्री में हमसे बहुत आगे है, इसके बाद अकाउंटेंसी फील्ड में वो हमसे बहुत आगे है। आप अगर यूरोप और अमेरिका की तरफ देखें तो मेजर कंपनीज में इंडियंस बैठे हुए हैं, जबकि पाकिस्तानी नहीं हैं। एजुकेशन सेक्टर में इंडि ...
धर्मेंद्र प्रधान ने पत्र में कहा, ‘‘हम देश को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए मिशन के रूप में काम कर रहे हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विचार है और इस यात्रा में आप सभी को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।’’ ...
इससे पिछले सप्ताह देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.05 अरब डॉलर घट गया था। तब यह 417.99 अरब डॉलर रह गया था। देश का विदेशी मुद्रा भंडार इससे पहले अप्रैल 2018 में अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 426 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। ...
विदेशी निवेशकों को पूंजी लाने की तथा चीनी नागरिकों को पूंजी बाहर ले जाने की खुली छूट दी गई. इस नीति का आधार था कि विकसित देशों में पर्याप्त मांग थी. अब परिस्थितियां बदल गई हैं. विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाओं की विकास दर न्यून हो गई है. वहां माल की मा ...
जब भी अर्थव्यवस्था में विस्तार कम होगा, उसका पहला असर रोजगार के अवसर पर पड़ेगा. यहां तो न केवल विस्तार कम हुआ बल्कि विनिर्माण और पूंजीगत सामानों के क्षेत्र में भी गिरावट आई है. ...
भारत मजबूत आर्थिक स्थिति के कारण युद्ध के भारी खर्चो को वहन करने की स्थिति में है। यही वह कारण है जिससे पाकिस्तान भारत के सामने घुटने टेकते हुए दिखाई दे रहा है। इसमें कोई दो मत नहीं है कि इस समय पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था दिवालिया जैसी स्थिति में है। ...