15 अगस्त 1947, वह दिन था जब भारत को ब्रिटिश राज से आज़ादी मिली और इस प्रकार एक नए युग की शुरुआत हुई जब भारत के मुक्त राष्ट्र के रूप में उठा। स्वतंत्रता दिवस के दिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत के जन्म का आयोजन किया जाता है और भारतीय इतिहास में इस दिन का अत्यंत महत्व है। यह दिन हमारी आज़ादी का जश्न मनाने और उस सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर होता है जिन्होंने इस महान कारण के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। Read More
लखनऊ में सबाउद्दीन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की धारा 121ए, 122, 123 के तहत मामला दर्ज किया गया है। ...
1942 में भारत में अंग्रेजों के खिलाफ सबसे बड़े अहिंसक आंदोलन की शुरुआत हुई जिसने ब्रिटिश हुकूमत को हिला कर रख दिया। इस आंदोलन का साफ संदेश था अंग्रेजों भारत छोड़ो। ...
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर, लाल किले और आयोजन स्थल की ओर जाने वाले मार्गों पर 10,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को विभिन्न भूमिकाओं में तैनात किया जाएगा। ...
वहीं इस पर बोलते हुए सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान जिस तरह अलग थलग पड़ चुका है, उसे देखते हुए आईएसआई किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रही है। ...
जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस के दिन शांति-व्यवस्था बनाये रखने और पाकिस्तान के नापाक इरादों को ध्वस्त करने के लिए सुरक्षा बल पूरी तरह से मुस्तैद हैं। ...
हर घर तिरंगा अभियान के तहत केंद्र सरकार ने देश के नागरिकों को 13 से 15 अगस्त के बीच अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रेरित करने का फैसला किया है। इसके तहत देशभर में 25 करोड़ घरों में तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा गया है। ...
आजादी की लड़ाई में योगदान देने वाली कई महिलाओं का जिक्र इतिहास के पन्नों में नहीं है। ऐसा ही एक नाम शिवरानी देवी है। प्रेमचंद की पत्नी शिवरानी देवी 2 महीने जेल में भी रही। ...