स्वतंत्रता दिवस पर जम्मू कश्मीर में हो सकती ड्रोन की जंग, सुरक्षा बल पाक की नापाक हरकत को कर देंगे ध्वस्त
By सुरेश एस डुग्गर | Published: August 7, 2022 03:47 PM2022-08-07T15:47:05+5:302022-08-07T15:50:28+5:30
जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस के दिन शांति-व्यवस्था बनाये रखने और पाकिस्तान के नापाक इरादों को ध्वस्त करने के लिए सुरक्षा बल पूरी तरह से मुस्तैद हैं।
जम्मू:स्वतंत्रता दिवस को लेकर जम्मू कश्मीर में जो तैयारियां की जा रही हैं, उनमें सबसे बड़ी तैयारी स्वतंत्रता दिवस को मनाने की नहीं है बल्कि स्वतंत्रता दिवस के दिन शांति बनाए रखने की है। आतंकी हमलों से निपटने की खातिर जो तैयारियां की जा रही हैं, उनमें ड्रोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
एक ओर जम्मू संभाग में पाकिस्तानी ड्रोनों का खतरा मंडरा रहा है तो वहीं दूसरी ओर आतंकियों से निपटने की खातिर कश्मीर में सुरक्षाबलों की चौकसी और सतर्कता दर्जनों ड्रोनों के सहारे आ टिकी है। अधिकारियों के मुताबिक आतंकवादी सारे राज्य में उस दिन कहर बरपाना चाहते हैं क्योंकि ऐसा करने के निर्देश उन्हें सीमा पार से मिले हैं।
सूत्रों के अनुसार सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव के कारण आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में नाकाम हो रहे हैं और उन्हें कुछ बड़ा करने की खातिर सीमा पार से दबाव डाला जा रहा है। खासकर हाल में कश्मीर में हुए ताजा आतंकी हमलों के बाद सुरक्षा एजेंसियां कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं।
इसे भूला नहीं जा सकता कि सीमा पार से पाकिस्तानी सेना व आईएसआई द्वारा संचालित ड्रोनों ने जम्मू संभाग में सुरक्षाबलों और नागरिकों की नींद हराम कर रखी है। एक बार वे जम्मू के वायुसैनिक हवाई अड्डे पर बम हमले को कामयाबी के साथ अंजाम भी दे चुके हैं और करीब 52 बार उस पार से ड्रोनों द्वारा हथियारों की डिलीवरी भी की जा चुकी है।
यह आंकड़ा वह है, जो बरामद हुए हैं और जो हथियार आतंकियों तक पहुंच चुके हैं वे कितने हैं फिलहाल कोई आधिकारिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है और अब जबकि जम्मू संभाग में पाकिस्तानी ड्रोनों से निपटने की तैयारियों में शार्प शूटरों को संदिग्ध इलाकों में तैनात किया गया है तो कश्मीर के विभिन्न कस्बों में दर्जनों ड्रोनों को स्वतंत्रता दिवस पर आतंकियों तथा उनके समर्थकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए तैनात किया गया है।
ऐसे करीब 25 ड्रोन तो सिर्फ श्रीनगर जिले में ही तैनात किए गए हैं। स्वतंत्रता दिवस पर हिंसा फैलाने तथा भयानक विस्फोट करने की सबसे बड़ी धमकी लश्करे तैयबा और जैशे मोहम्मद द्वारा दी जा रही है। यह भी सच्चाई है कि लश्करे तैयबा और जैशे मुहम्मद की धमकी को कम करके आंका नहीं जा सकता क्योंकि अभी तक उन्होंने जो भी धमकियां दी हैं, उसे उन्होंने पूरा करके दिखाया है।
लश्करे तैयबा और जैशे मुहम्मद के अगले निशाने क्या हैं वह पूरी तरह से स्पष्ट है। वह श्रीनगर के क्रिकेट स्टेडियम को उड़ा देने की धमकी दे रहे हैं, जहां स्वतंत्रता दिवस की परेड होनी है। हालांकि सभी यह जानते हैं कि बख्शी स्टेडियम को आतंकी पिछले 30 सालों से लगातार निशाना बनाते आ रहे हैं और कई बार राकेटों के हमलों को यह स्टेडियम सहन भी कर चुका है। इसकी पुष्टि सुरक्षाधिकारी कर चुके हैं जिनका हालांकि कहना है कि सभी उन प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है जिन्हें आतंकी धमकी मिली है।