ईरान में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान हुआ था। ईरान के कट्टरपंथी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मई में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में मृत्यु हो गई थी, जिस कारण देश में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव कराया गया। ...
1979 में प्रतिबंध लगाए जाने के कुछ ही समय बाद, सरकार द्वारा नए विमानों का आयात करने में असमर्थ होने के कारण ईरान का विमानन क्षेत्र विशेष रूप से बुरी तरह प्रभावित हुआ था। 1980, 1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में ईरान को घातक विमान दुर्घटनाओं में वृद्धि ...
हेलीकॉप्टर दुर्घटना की रिपोर्ट के बाद सैकड़ों लोग तेहरान और मशहद के मुख्य चौराहों पर राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करने के लिए एकत्र हुए, कई वीडियो और रिपोर्टें सामने आईं जिनमें ईरानियों को इस खबर का जश्न मनाते हुए दिखाया गया ...
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी और उनके साथी अमेरिका निर्मित बेल 212 हेलिकॉप्टर पर सवार थे। बेल 212 एक मीडियम आकार का दो इंजन वाला हेलिकॉप्टर है। पायलट के अलावा इसमें कुल 14 लोगों के बैठने की जगह होती है। ...
इस तनावपूर्ण स्थिति के भारत पर फौरी तौर पर पड़े असर का अगर जिक्र करें तो ईरान के सुरक्षा बलों ने होरमुज की खाड़ी के निकट गत 13 अप्रैल को एक इजराइली वाणिज्य जल पोत को बंधक बना लिया जिस पर कुल सवार 25 कर्मियों में से 17 भारतीय कर्मी शामिल हैं। ...
भारत ने ईरान के चाबहार बंदरगाह को यूरोपीय देशों में शिपमेंट को पहुंचाने के लिए विकसित किया था। हालांकि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण भारत को कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ा है। इस बंदरगाह का सामरिक महत्व भी है। ...
पिछले साल ईरान में उभरे विरोध आंदोलन का समर्थन करने के लिए तुमाज सालेही गिरफ्तार किया गया था और उन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी। सालेही को इस्लामी नैतिकता से संबंधित अपराधों का दोषी पाया गया था। ...